बेसिक प्राइमरी स्कूलों में बिना किताबों के पढ़ रहे स्टूडेंट्स

ऑनलाइन क्लास में भी नहीं जुट रहे बच्चे, अब चलेंगी मोहल्ला क्लास

Meerut। बेसिक शिक्षा विभाग का नया सेशन शुरू हुए 4 महीने बीत रहे हैं लेकिन स्टूडेंट्स के हाथ में अभी तक नई बुक्स तक नहीं आई हैं। बच्चों को मजबूरन पुरानी बुक्स से ही नई क्लास की पढ़ाई करनी पड़ रही हैं। हालांकि ये व्यवस्था भी हर स्कूल में नहीं हैं। ऐसे में काफी बच्चों के आगे समस्या बनी हुई है।

जुलाई में देनी थी बुक्स

बेसिक शिक्षा परिषद ने नए सत्र की बुक्स जुलाई में हर हाल में बच्चों को देनी थी लेकिन आधे से ज्यादा महीना बीतने के बाद भी बच्चों को किताबें नहीं मिल पाई है। स्कूलों में भी पेरेंट्स को बुलाकर वर्कशीट्स और असाइनमेंट थमा दिए जा रहे हैं लेकिन बुक्स के अभाव में बच्चे ठीक से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।

टीचर्स के लिए भी मुश्किल

किताबे न मिल पाने की वजह से सिर्फ बच्चे ही परेशान नहीं हैं बल्कि पेरेंट्स और टीचर्स भी परेशान हैं। बच्चों को असाइनमेंट देने के लिए टीचर्स दीक्षा एप पर उपलब्ध किताबों का सहारा ले रहे हैं। टीचर्स का भी कहना है कि ऑनलाइन किताबों के जरिए वर्कशीट्स बनाकर बच्चों को देते हैं लेकिन उनके पेरेंट्स किताबों के बारे में पूछते हैं।

चलेंगी मोहल्ला क्लास

कोरोना काल में ऑनलाइन क्लासेज भी प्राइमरी स्कूलों में कामयाब नहीं हो पाई हैं। कारण, अधिकतर बच्चों के पास फोन नहीं हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने कोविड-19 के मद्देनजर बच्चों को स्कूल नहीं बुलाने का आदेश दिया है। ऐसे में वह शिक्षा से वंचित न रहें, इसलिए गांव-गांव मोहल्लेवार पाठशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत टीचर्स कम-कम बच्चों के ग्रुप बनाकर गांव में जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे। कई स्कूलों में इसकी शुरुआत भी हो चुकी है।

चली पाठशाला

प्राथमिक विद्यालय रजपुरा में चली पाठशाला

प्राथमिक विद्यालय रजपुरा की ओर से शुक्रवार को ग्राम रजपुरा में दो स्थानों पर मोहल्ला पाठशाला का आयोजन हुआ। अंबेडकर स्कूल और स्काईलार्क स्कूल के पास दो मोहल्लों में चौपाल लगाकर 42 बच्चों को इकट्ठा किया गया। प्रधानाध्यापिका पुष्पा यादव ने बताया कि मोहल्ला पाठशाला में बच्चों को विभाग द्वारा भेजी गई ई-लìनग साम्रग्री उपलब्ध कराई गई है। पुष्पा यादव ने बताया कि अध्यापकों को कक्षावार बच्चे आवंटित कर दिए गए हैं। वे अपनी-अपनी कक्षा के बच्चों को मोहल्लावार गांव में जाकर पढ़ाएंगे।

जिले में बुक्स आ गई हैं। उनका सत्यापान होना बाकी है। इसके बाद ब्लॉकवाइज उनका वितरण कर बच्चों तक बुक्स पहुंचा दी जाएंगी। जल्द ही ये काम शुरू हो जाएगा।

वीरेंद्र कुमार, डिवीजनल कोर्डिनेटर, बेसिक शिक्षा विभाग मेरठ मंडल