-50 बस व निजी वाहनों से मोहननगर किया कूच, घंटों किया प्रदर्शन

-गाडि़यां छोड़ने व अफसरों के माफी मांगने पर शांत हुआ मामला

Meerut : वाणिज्य विभाग के उत्पीड़न के खिलाफ सोमवार को व्यापारियों ने खंदक बाजार बंद रखा। बाजार बंद कराकर पदाधिकारी व दुकानदारों ने मोहन नगर के लिए कूच किया। वहां अफसरों को घंटों बंधक बनाया गया। अफसरों के माफी मांगने का बाद मामला शांत हुआ।

लगाया मनमानी का आरोप

हैंडलूम वस्त्र व्यापारी संघ व हैंडलूम एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सुबह से बाजार बंद करवाए। भाजपा लघु उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत शारदा अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने पचास बस व कारों से मोहन नगर के लिए कूच किया। संघ के अध्यक्ष नवीन अरोड़ा व एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल रस्तोगी ने बताया कि हैंडलूम इकाइयों से रंगरेज, बुनकर, छीपी, घरेलू महिलाएं आदि हजारों लोग जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने व्यवसाय से हमदर्दी रखते हुए अनेक प्रकार की छूट दे रखी हैं। लेकिन अफसर मनमानी पर उतारू हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का कथन था कि 'खादी वस्त्र नहीं एक विचार है' को भी पलीता लगाया जा रहा है।

उत्पीड़न के विरोध में 'हल्लाबोल'

आरोप लगाया कि वाणिज्य कर के असिस्टेंट कमिश्नर पारसभान सिंह अपने अधीनस्थों संग व्यापारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। मोहन नगर में चेकपोस्ट पर ट्रकों को रोककर उनसे वसूली की जाती है। दोपहर में बसों व निजी वाहनों से व्यापारी व दुकानदार विनीत शारदा अग्रवाल के नेतृत्व में मोहन नगर पहुंचे। यहां संयुक्त आयुक्त प्रथम पंकज गांधी व राकेश यादव को चार घंटे तक बंधक बनाया गया। पकड़ी हुई गाडि़यों को छोड़ने की मांग की गई। बाद में अफसरों के माफी मांगने पर मामला शांत हुआ। मुख्तार प्रजापति, देवेंद्र बैंसला, अशोक तनेजा, कृष्ण कुमार गुप्ता, राजीव चौटानी, राजीव बंसल, उमेश अग्रवाल शारदा, संजय अग्रवाल आदि मौजूद रहे। विनीत शारदा ने कहा कि अगर अफसरों ने मनमानी की तो दुकानदार चाबी सौंपकर आंदोलन करेंगे।