- मुजफ्फनगर में पालीटेक्निक की पढ़ाई कर रहा था विवेक

- घर के सामने किराए पर रहने वाली युवती से हो गई मोहब्बत

- विरोध के बावजूद युवक ने कर ली युवती से शादी

Meerut: डेढ़ साल पहले शुरू हुई इश्क मोहब्बत की कहानी का दुखद अंत दौराला के रेलवे ट्रैक पर हो गया है। दोनों के बीच मोहब्बत की कहानी कोई नई नहीं बल्कि डेढ़ साल पुरानी है। पोस्टमार्टम के बाद गमगीन माहौल में युवक के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि युवती के शव को परिजन मुजफ्फनगर लेकर चले गए।

ऐसे शुरू हुई लव स्टोरी

दौराला थाना एरिया के पनवाड़ी गांव के रहने वाले सुदेश कुमार का बेटा विवेक मुजफ्फनगर से पालीटेक्निक कर रहा है। विवेक के चाचा प्रमोद मुजफ्फनगर में पटवारी हैं। वह अपने चाचा के पास बंसत विहार रह रहा था। डेढ़ साल पहले चाचा के घर के सामने किराए पर रहने वाले रिक्शा चालक ध्यान चंद्र की बेटी कनिका से मोहब्बत शुरू हो गई। इसकी जानकारी चाचा को हुई तो उन्होंने रिक्शा चालक को वहां से निकाल दिया। जिसके बाद रिक्शा चालक अपनी बेटी के साथ शरवत कालोनी में रहने लगा। विवेक और कनिका के बीच चोरी छिपकर मिलने का दौर चलता रहा। कई बार विवेक ने अपनी शादी की बात पिता सुदेश और चाचा प्रमोद से की तो उन्होंने शादी करने से साफ मना कर दिया। जिसके बाद दोनों ने कोर्ट मैरिज कर आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली।

नामंजूर थी यह शादी

कनिका से शादी करना विवेक के परिजनों को नामंजूर था, लेकिन अपनी जिद के आगे उसने अपने परिजनों के खिलाफ फैसला लेते हुए शादी कर ली। जिसके बाद वह पनवाड़ी गांव में कनिका के साथ अपने घर पहुंचा तो वहां उसने परिजनों से शादी करने की बात कही। बताया जा रहा है कि इस दौरान परिजनों से विवेक का विवाद हो गया। जिसके बाद वह वहां से आ गया और संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।

गमगीन माहौल में उठी अर्थी

गमगीन माहौल में दोनों की अर्थी उठ गई, सुबह पोस्टमार्टम के बाद कनिका के परिजन तो शव को लेकर मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए, जबकि विवेक का मेरठ में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।