उत्तर प्रदेश विधान मंडल की महिला एवं बाल विकास संबंधी संयुक्त समिति ने की समीक्षा

आयुष्मान योजना के लाभार्थियों व क्लेम के सवाल पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए बागपत के सीएमओ

Meerut : हापुड़ के बाद मेरठ पहुंची उत्तर प्रदेश विधान मंडल की महिला एवं बाल विकास संबंधी संयुक्त समिति की टीम ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की। समीक्षा बैठक से पहले समिति के सदस्यों ने डीएम के। बालाजी से जिले का हाल जाना। संयुक्त समिति की सभापति सरिता भदौरिया ने सदस्यों के साथ सर्किट हाउस में कारागार, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, बाल विकास व बेसिक शिक्षा विभाग के मंडलीय अधिकारियों से शासन की योजनाओं से लेकर मौजूदा स्थिति और विभागीय समस्याओं तक चर्चा की। इसके बाद संयुक्त समिति के सदस्यों ने जिला कारागार का निरीक्षण किया। सर्किट हाउस पहुंचने से पहले हापुड़ से आते हुए समिति ने खरखौदा ब्लाक के गांव सेतकुआं प्राथमिक विद्यालय में रुक कर आंगनबाड़ी व पोषाहार वितरण की जानकारी ली।

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क्यों नहीं होती कार्रवाई

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से नर्सिंग होम की मनमानी व बिना मानकों के चल रहे अस्पतालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। संयुक्त समिति ने स्पष्ट कहा कि अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की जगह नर्स आपरेशन व डिलीवरी का काम कर रही है। जिससे प्रसूताओं की जान मुसीबत में आ जाती है। कहा कि यहां-वहां खुल रहे अस्पताल बिना मानक संचालित किए जा रहे हैं। सदस्यों ने कहा कि उन्हें लखनऊ में कई जिलों से इस संबंध में शिकायतें पहुंच रही हैं। समिति ने कड़ी नाराजगी जताते हुए अस्पतालों पर अभियान चलाते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही चेतावनी दी कि ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई नहीं होती है तो लाइसेंस की स्वीकृति देने वाले अधिकारी जांच में फंस सकते हैं।

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अनुपस्थित अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण

सभापति सरिता भदौरिया के साथ डा। मंजू सिवाच, विमला सिंह सोलंकी, सुषमा सिंह पटेल व शुचिस्मिता मौर्य सोमवार दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे मेरठ में सर्किट हाउस पहुंची। मंडलीय समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों से संयुक्त समित ने स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए हैं।