मेरठ (ब्यूरो)। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत अब टीचिंग सिस्टम में भी बदलाव आएगा। ऐसे में टीचर्स को अब नए तौर तरीके सीखने की जरूरत है। ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके। नई टेक्नोलॉजी व इनोवेशन के बीच कई चैलेंज आते हैं, लिहाजा टीचर को अपडेट रहना पड़ेगा। ताकि वे बच्चों की प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर सकें। जरूरी है कि टीचर्स को खुद में बदलाव लाना होगा। नए-नए चैलेंज के मुताबिक उन्हें तैयार रहना होगा। नई स्किल को सीखना होगा। ऐसे में स्कूल और टीचर्स को न्यूज एजुकेशन पॉलिसी से अपडेट करने के लिए अमृता विश्वविद्यापीठम और दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से दो दिवसीय रीइमेजनिंग एजुकेशन वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम दिल्ली रोड स्थित होटल हाइफन में आयोजित हो रहा है। रीइमेजनिंग एजुकेशन वर्कशॉप के पहले दिन अमृता विद्यापीठम के एकेडमिक मैनेजर एंड काउंसलर, डायरेक्टरेट ऑफ एडमिशंस एंड आउटरीच डॉ। शौर्य कुटप्पा व कंसल्टेंट और एजुकेशनिस्ट अमृता दास इंस्टीट्यूशन ऑफ करियर की सीनियर करियर काउंसलर डॉ। शालिनी भटनागर ने टीचर्स को न्यू थिकिंग के साथ न्यू टीचिंग अप्रोच के बारे में विस्तार से बताया।

बदलाव के बारे में अपडेट रहें
अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मैनेजर एंड काउंसलर, डायरेक्टरेट ऑफ एडमिशंस एंड एकेडमिक आउटरीच डॉ। शौर्य कुटप्पा ने टीचर्स को न्यू एजुकेशन पॉलिसी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी में अब टीचर्स को कुछ नया करने की जरूरत है। हर बदलाव के लिए वे तैयार रहें। खुद को अपडेट करते रहें। चैलेंज को स्वीकारें और बदलाव के लिए तैयार रहें। टीचर्स को हर समय एजुकेशन फील्ड में आने वाले बदलाव के बारे में अपडेट रहना चाहिए। आपका नजरिया शिक्षा के प्रति क्या है। यह बहुत ही जरूरी है। आज के एजुकेशन सिस्टम में इनोवेशन पर फोकस करना बहुत ही जरूरी है। इसके अलावा पढ़ाते समय बच्चों के इमोशन को समझें। जब तक हम बच्चों के इमोशन नहीं समझेंगे, तब तक बच्चों को नहीं समझ सकेंगे। हमें उनके साथ घुल मिलकर रहना होगा। उनकी परेशानियों को समझना होगा। उन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पहले उनको जानना बहुत ही जरूरी है। इसलिए पहले उनके करीब आएं उनकी फीलिंग को समझें।

खुद में एक इंफ्रास्ट्रक्चर हैं टीचर्स
इंस्टीट्यूशन ऑफ करियर की सीनियर करियर काउंसलर डॉ। शालिनी भटनागर ने बताया कि आप बच्चों को बिना टेक्नोलॉजी व बिना इंफ्रास्ट्रक्चर के भी पढ़ा सकते हैं, क्योंकि टीचर खुद में ही एक इंफ्रास्ट्रक्चर है। खुद ही पढ़कर अपने आपको मोटिवेट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर आपको अपने सब्जेक्ट की नॉलेज है तो वही आपके लिए काफी है। बस महत्वपूर्ण यह है कि आप अपनी नॉलेज को बच्चों तक ट्रांसफर करने में कितना सफल हुए हैं। अगर आप ऐसा कर पा रहे हैं तभी आप रोल ऑफ टीचर निभा पाते हैं।

टीचिंग के तीन महत्वपूर्ण प्वाइंट बताए
डॉ। शालिनी भटनागर ने बताया कि बेहतर टीचिंग के लिए तीन महत्वपूर्ण प्वाइंट होने जरूरी है। उन्होंने बताया कि पहला प्वाइंट लव है। हर टीचर को अपने बच्चों के प्रति लविंग और केयरिंग होना चाहिए। हम बच्चों को डांट तो देते हैं, लेकिन केयरिंग नहीं दिखाते। ऐसे में हमारी सिर्फ गुस्से वाली ही फीलिंग बनती है। लविंग की नहीं, जबकि यही जरूरी है। दूसरा है कम्युनिकेशन स्किल, नॉलेज का फायदा तभी है, जब हम अपनी बात को अच्छे से पहुंचा सकें। बच्चे सहजता से हमारी बात को समझ सकें। आखिरी और इंपोर्टेंट प्वाइंट है ह्म्यूमन बिइंग, यह गुण टीचर्स में होना बहुत जरूरी है। तभी हम बच्चों की समस्याओं को समझ सकेंगे। इसलिए एक टीचर्स में यह तीनों क्वालिटी होनी बहुत जरूरी है।

प्रैक्टिकल से दिए टीचिंग के टिप्स
डॉ। शालिनी ने टीचर्स को ग्रुप डिस्कशन के जरिए पढ़ाने की ट्रिक बताई। इसके साथ ही फीडबैक ट्रिक, समस्याओं को समझना, इनोवेशन करने के लिए कैसे डिस्कशन करते हैं कैसे नए आइडिया आते हैं। इस प्रकार के कई टीचिंग टिप्स भी दी गईं।

क्या कहते है टीचर्स
इस बेहतर प्रोग्राम को आयोजित करने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को धन्यवाद। रीइमेजिनिंग एजुकेशन पॉलिसी पर काफी जानकारी मिली। डॉ। शौर्य कुटप्पा से बेहतर नॉलेज मिली, काफी कुछ सीखने को मिला।
मीनाक्षी जोशी

रीइमेजनिंग एजुकेशन टीचर्स वर्कशॉप के तहत हमेें न्यू एजुकेशन पॉलिसी पर महत्वपूर्ण जानकारी मिली। इस बेहतर प्रोग्राम का आयोजन कराने के लिए बहुत धन्यवाद। डॉ। शालिनी ने हमेें बेहतर टेक्निक बताई है। इससे टीचिंग स्किल में सुधार होगा।
चारू जैन

यह सेशन बहुत ही अच्छा रहा। दोनों ही स्पीकर ने बेहतर नॉलेज दी। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के बारे में इतनी बेहतर नॉलेज पहले कभी नहीं सुनी थी। इससे हमारी पर्सनॉलिटी में भी सुधार होगा।
पूजा शर्मा

पहले लगा, कि ऐसे कोई प्रोग्र्राम में जाना बोर लगेगा, लेकिन सेशन अटैंड करने के बाद बहुत लर्निंग हुईं। काफी इंज्वायमेंट के साथ सब चीजें सिखाई गईं। यह वाकई बहुत अच्छा कार्यक्रम रहा।
स्वाति शर्मा

वर्कशॉप में काफी कुछ नया सीखने को मिला। टीचिंग स्टाइल में कैसे चेंज लाए जा सकते हैं। कैसे छोटे-छोटे बदलाव के बाद कैसे हम स्टूडेंट्स को बेहतर एजुकेशन दे सकते हैं। यही सब खास जानकारी दीं गईं।
श्री

यह वर्कशॉप खास रही। यह ट्रेनिंग हमारे और स्टूडेंटस के लिए फ्यूचर में काफी फायदेमंद होगी। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत खुद को तैयार करना होगा। बदलाव के बारे में भी सहज तरीके से बताया गया।
लतिका

कार्यक्रम बहुत सराहनीय रहा। जिस तरह से हमें दोनों स्पीकर ने बताया वो तरीका वाकई ही सराहनीय रहा। हमें भी सीखने में बहुत मजा आया। यही नहीं, प्रैक्टिकली बहुत सारी बातें समझाईं गईं।
अमिता चौधरी

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की तरफ से आयोजित यह टीचर्स वर्कशॉप काफी अच्छी थी। इसमें स्पीकर्स से बहुत कुछ नया सीखने को मिला, इस वर्कशॉप में न्यू एजुकेशन पॉलिसी के बारे में डिटेल में जानने को मिला।
करुणा

वर्कशॉप अटेंट करके काफी अच्छा लगा। दोनों स्पीकर्स के सेशन में बहुत सारी नई चीजों के बारे बताया गया, जो बहुत ही अच्छा लगा।
आरजू

कार्यक्रम में बहुत सारी चीजें सीखने को मिलीं। वर्कशॉप में हमें न्यू एजुकेशन पॉलिसी पर काफी जानकारी दी गई। पूरा सेशन अंटेंट करने के लिए मैं काफी एक्साइटेड हूं
राकेश गोयल

यह ट्रेनिंग भविष्य में काफी फायदेमंद साबित होगी। दोनों स्पीकर्स ने बेहतर जानकारी दी गई। इससे हमारी टीचिंग स्किल में इंप्रूवमेंट होगा। जो एक्सरसाइज सिखाई गई है। वो बहुत काम की है। इससे बच्चे भी टीचर्स के साथ इनवॉल्व होंगे।
आराधना शर्मा

कैसे चुनौतियों का सामना करते हुए टीचर्स को बच्चों को जानकारी देनी है। कैसे बेहतर कम्युनिकेशन करना है। इन सब बातों को वर्कशॉप में डिटेल में बताया गया।
रुचि

वर्कशॉप वाकई ही बहुत अच्छी रही है। मैं तो आज के सेशन को लेकर एक्साइटेड हूं। वर्कशॉप में बहुत डिटेल में जानकारी दी गई है।
राजीव यादव

प्रोग्राम में सभी टीचर्स को इनवोल्व किया गया। अक्सर टीचर्स ऐसे सेशन में कई बार बोर हो जाते हैं लेकिन इसमें सभी को मजा आ रहा था।
सुबोध कुमार

वर्कशॉप में सभी टीचर्स को बेहतर टीचिंग स्किल के बारे में जानकारी दी गई। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के बारे में भी डिटेल में इंफॉर्मेशन दी गई। काफी कुछ नया जानने को मिला।
सोनू शर्मा

इस वर्कशॉप में अच्छा लगा। यह इंट्रेस्टिंग रही। टीचिंग स्किल को बढ़ाने के लिए बेहतर टिप्स दी गईं। सभी टीचर्स को अच्छा लगा। यह काफी फायदेमंद होगी।
मनोज कुमार

वर्कशॉप में बहुत सारी जानकारी सीखने को मिली। हमें खास टिप्स जानने को मिली कि नई तकनीकि का प्रयोग करके कैसेे पढ़ाना है। प्रैक्टिकल करके भी बताया गया।
नेहा

वर्कशॉप में इन स्कूलों के टीचर्स रहे मौजूद
सिटी वोकेशनल पब्लिक स्कूल
केएल इंटरनेशनल स्कूल
दीवान पब्लिक स्कूल
मेरठ सिटी पब्लिक स्कूल
मेरठ पब्लिक स्कूल मेन विंग
मेरठ पब्लिक स्कूल फोर गल्र्स विंग
मेरठ पब्लिक स्कूल फोर गल्र्स विंग शास्त्रीनगर
गार्गी गल्र्स पब्लिक स्कूल
दर्शन एकेडमी
ऋषभ एकेडमी
गुरुतेग बहादुर पब्लिक स्कूल
दयावती मोदी एकेडमी
सेंट जोंस सीनियर सेकेंड्री स्कूल
बीएनजी पब्लिक स्कूल
बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल
द आर्यन पब्लिक स्कूल
सत्यकाम इंटरनेशनल
डीएवी इंटर कॉलेज
रघुनाथ गल्र्स इंटर कॉलेज