मेरठ (ब्यूरो)। वीसी ने कहा कि कॉलेजों को अपने शोध केंद्र स्थापित करके अधिक से अधिक शोध को बढ़ावा देना चाहिए। टीचर्स ने मांग की कि शिक्षक कल्याण कोष के स्पष्ट नियमों को अपलोड किया जाए, ताकि वरिष्ठता सूची बनाने में कोई परेशानी न रहे।

उपलब्ध कराएं सुविधाएं
शिक्षकों ने कहा प्राइवेट परीक्षार्थी केवल राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त कॉलेजों में ही रजिस्टे्रशन कराएं। इसके साथ ही प्रैक्टिकल के लिए कक्ष निरीक्षक की सुविधा व भुगतान को पहले की तरह लागू किया जाए। प्राइवेट परीक्षार्थियों से प्राप्त विकास शुल्क का पचास प्रतिशत संबंधित रजिस्टे्रशन केंद्रो को भुगतान कराया जाए ताकि यह राशि उनके काम आ सकें।

पारिश्रमिक भी दिया जाए
टीचर्स ने कहा कि यूनिवर्सिटी से लिखित, प्रैक्टिकल एनएसएस आदि का धन कॉलेजों के खातों में ट्रांसफर कराया जाए। जो काफी समय से नहीं कराया गया है। इसके अलावा शिक्षकों ने कहा कि बीते साल का परीक्षा पारिश्रमिक कॉलेजों को दिया जाए जो नहीं दिया गया है। मौके पर प्रो। एसएन शर्मा, प्रो। अजय चौधरी, प्रो। योगेश कुमार, प्रो। राजेंद्र कुमार, प्रो। प्रभात राय, प्रो। जीके सिंह आदि ने मुलाकात की।