15 दिन के भीतर यह दूसरी घटना, क्षेत्रीय लोगों में पनप रहा आक्रोश

Meerut। शहर में आवारा कुत्तों व बंदरों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वार्ड -12 अंतर्गत शोभापुर में शुक्रवार को बंदरों ने पार्षद के भाई पर हमला बोल दिया। पैर में काटकर उसे लहूलुहान कर दिया। आनन-फानन में परिजनों ने उसे रैबीज इंजेक्शन लगवाए। वार्ड-12 शोभापुर में पार्षद अमित राव के छोटे भाई अनुज राव सुबह मकान की छप पर थे। तभी बंदरों का एक झुंड आ धमका। वह संभलते कि तब तक बंदरों ने उन पर हमला कर दिया। बंदरों ने दोनों पैरों में काट लिया। पार्षद अतिम राव ने बताया कि 15 दिन के भीतर यह दूसरी घटना है। इससे पहले खुद पार्षद को बंदरों ने काटा था। पार्षद ने बताया कि नगर आयुक्त व डीएफओ को फोन कर अवगत कराया है। बंदरों को पकड़ने का जल्द अभियान शुरू करवाने की मांग की है। शोभापुर में बंदरों ने आतंक मचा रखा है। क्षेत्रीय लोग लगातार इनके हमले से सहमे हुए हैं। घरों के बाहर या छतों पर बच्चों को भेजने से डरते हैं। पार्षद ने बताया कि निजी अस्पताल में रैबीज इंजेक्शन लगवाया।

अनुमति का इंतजार

वन विभाग से लगभग 20 दिन पहले नगर निगम ने बंदर पकड़वाने की अनुमति मांगी थी। डीएफओ ने लखनऊ के उच्च अधिकारियों को अनुमति के लिए पत्र भेज दिया था। उच्च अधिकारियों ने अभी तक अनुमति प्रदान नहीं की है। जबकि सहारनपुर वन प्रभाग से बंदर छोड़ने की अनुमति प्राप्त कर ली गई है। डीएफओ राजेश कुमार ने कहा कि अनुमति पत्र का इंतजार कर रहे हैं।

मथुरा की एजेंसी नगर निगम पहले से तय कर चुका है। वन विभाग से बंदर पकड़वाने की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं। रही बात आवारा कुत्तों की नसबंदी शुरू करने की तो शेल्टर होम में ओटी निर्माण के लिए अवर अभियंता को एस्टीमेट बनाने का निर्देश दिया गया है।

डा। गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी