सीएम योगी आदित्यनाथ के स्वागत में बदली शहर की सूरत

सíकट हाउस से मेडिकल कॉलेज तक गुम हुआ कचरा और गंदगी

हापुड़ रोड पर टेंट की आड़ में छिपाए गांवडी में लगे कूडे़ के पहाड़

Meerut। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन भले ही कोरोना संक्रमण से लड़ाई के दौरान जारी प्रशासन के प्रयासों की समीक्षा के लिए हुआ हो, लेकिन इस तीन घंटे के निरीक्षण ने शहर की सूरत को बदल दिया।

सीएम को न दिखे गंदगी

मुख्यमंत्री को शहर में कहीं गंदगी या कूडे़ का ढेर ना दिखाई दे, इसके लिए नगर निगम ने तीन दिन पहले से दिन रात मेहनत करते हुए शहर की कुछ चुनिंदा सड़कों और चौराहों को इतना साफ कर दिया जितना की पूरे चार माह से जारी स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान भी नही किया गया था।

सफेद टेंट से ढका कूड़ा

वहीं हापुड़ रोड़ पर कई साल से जमे कूडे़ के ढेर के पहाड़ को भी नगर निगम ने सफेद टेंट से कवर कर मुख्यमंत्री की आंख से छुपा लिया। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री को शहर साफ और स्वच्छ नजर आया।

रूट का कायाकल्प

तीन दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन की सूचना पर नगर निगम अलर्ट हो गया था। ऐसे में शुक्रवार से नगर निगम का पूरा अमला मुख्यमंत्री के संभावित रूट को चमकाने में जुट गया था। इसमें सíकट हाउस से लेकर मेडिकल कॉलेज तक का रूट प्राथमिकता पर था। इसके चलते नगर निगम ने सíकट हाउस से जेलचुंगी, विवि रोड, तेजगढ़ी चौराहा, डिग्गी तिराहा से लेकर मेडिकल कॉलेज तक रोड साइड कचरा सफाई से लेकर डस्टिंग, अतिक्रमण, गडढे भरने का काम, रोड साइड इंटर लॉकिंग टाइल्स रिपेयरिंग, रोड डिवाइडर रेलिंग रिपेयरिंग तक काम दिन रात लगकर दुरुस्त कर दिया।

हटाया अतिक्रमण

इतना ही नहीं इस रूट पर अवैध झुग्गी झोपडियों ठेले खोमचा का भी अतिक्रमण हटा दिया गया था। इस रूट पर पार्क को अतिक्रमण मुक्त कर आम जन के लिए उद्यान केंद्र तक बना दिए गए। इतना काम पिछले साल से जारी स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान भी नही हो सका था जो इन तीन दिन में नगर निगम ने कर दिया।

दिन में सजी रंगोली

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने शहर की खूबसूरती दिखाने के लिए दिन में नगर निगम द्वारा मुख्यमंत्री के रूट पर जगह जगह रंगोली बनाई गई थी लेकिन दोपहर बाद मुख्यमंत्री के काफिले से पहले अचानक ही नगरायुक्त के आदेश पर आधा दर्जन से अधिक रंगोली को झाडू लगाकर और पानी डालकर मुख्यमंत्री के आने से पहले ही साफ कर दिया गया।

तैनात रहीं टीमें

सीएम के पूरे रूट पर हर 100 मीटर दूरी पर नगर निगम की कूड़ा कलेक्शन गाडियों से लेकर नगर निगम के सुपरवाइजरों और सफाई नायकों की टीम तैनात की गई थी ताकि मुख्यमंत्री के रूट पर कहीं एक पत्ता भी ना दिखाई दे।

कूडे़ का पहाड़ ढका

वहीं सबसे बड़ा बदलाव नगर निगम ने हापुड रोड स्थित डंपिंग ग्राउंड पर किया। निगम ने मुख्यमंत्री की आंख से कूडे़ के पहाड़ को छुपाने के लिए घोसीपुर के बाहर बने कूड़ा डंपिंग ग्राउंड को सफेद टेंट से कवर कर दिया। ताकि मुख्यमंत्री को अपनी गाड़ी से शहर के बाहर लगा यह गंदगी का अंबार दिखाई ना दे।

प्लांट पर बना है विवाद

हापुड़ रोड पर बना निगम का कूड़ा निस्तारण प्लांट लंबे समय से विवाद का कारण बना हुआ है। इस जगह के आसपास रहने वाली आबादी लगातार इस कूडे़ को ढेर को खत्म करने की मांग कर रही है। लेकिन निगम लगातार अनदेखी कर कूडे़ का ढेर लगाता जा रहा है।