मेरठ, ब्यूरो। शुक्रवार को 435 से घटकर शनिवार को 418 पर पहुंचे मेरठ के एक्यूआई में रविवार को भी दो अंकों का सुधार दर्ज हो गया। रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स घटकर 416 तक पहुंच गया। हालांकि, इस मामूली सुधार से किसी प्रकार की राहत मेरठ के लोगों को नही मिली। पॉल्यूशन के लिहाज से मेरठ अभी भी बेहद खतरनाक स्तर में है। वहीं मेरठ के आसपास के जिलों की हालत यहां से भी खराब है। सिर्फ मुजफ्फरनगर की हालत मेरठ से कुछ बेहतर रही।

आबोहवा बिगाड़ रहे खटारा वाहन
शहर में 10 व 15 साल पूरे कर चुके दो व चार पहिया वाहन भी शहर की आबोहवा बिगाड़ रहे हैं। सर्दियों में स्मॉग के रूप में शहर के लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं। परिवहन विभाग ने अब ऐसे वाहनों पर लगाम कसनी शुरू कर दी है। वहीं, ग्रेप यानि ग्रेडेड रेस्पोंस एक्शन प्लान लागू होने के बाद से ऐसे वाहनों का संचालन बंद होगा। परिवहन विभाग ने इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द करना शुरु कर दिया है।

जारी हो रहे नोटिस
गाडिय़ों की समयावधि बीत जाने के बाद भी वाहन स्वामी बार-बार नोटिस देने के बावजूद समय पूरी कर चुकी गाडिय़ों के दोबारा रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे हैं। मेरठ में ऐसे वाहनों की संख्या करीब 50 हजार से अधिक है। ये वाहन 15 साल से अधिक की अवधि पूरी कर सड़कों पर दौड़ रहे हैं। ऐसे वाहनों के खिलाफ परिवहन विभाग बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।

सीज होंगे वाहन
नोटिस के मुताबिक यूएससी, यूएसएल, यूएसटी, यूएसडी, यूआरजे, यूटीजी, यूएचडी, यूपी-15 ए, बी, सी, डी, एफ, टी, एटी, बीटी व सीटी सीरीज वाले वाहन जो दस साल की आयु सीमा पूरी कर चुके हैं, उन्हें 30 दिन के अंदर एनसीआर क्षेत्र व उत्तर प्रदेश के प्रतिबंधित जनपदों को छोड़कर अन्य जनपदों में एनओसी लेनी होगी। आरटीओ की तरफ से जारी नोटिस के बाद भी एनओसी नहीं लेने वाले वाहनों का रजिस्ट्रेशन अधिनियम की धारा 53 (1) के तहत स्वत निलंबित हो जाएगा। निलंबन अवधि में यदि वाहन का संचालन सार्वजनिक स्थान पर पाया गया तो वाहन को जब्त कर लिया जाएगा।

प्रतिबंधित वाहन दौड़ रहे
आरटीओ की जानकारी के मुताबिक 2010 से पहले के 11,226 डीजल वाहन ऐसे हैं जो अभी तक एनओसी लेकर बाहर नहीं गए हैं। ये वाहन शहर और आसपास दौड़ रहे हैं। इसके अलावा 15 साल पुराने 39,421 पेट्रोल वाहन है जो शहर में दौड़ रहे हैं। दोनों श्रेणियों के करीब 50 हजार प्रतिबंधित वाहन एनजीटी के आदेशों को हवा में उड़ाते हुए शहरवासियों का दम घोंट रहे हैं।


आयु पूरी कर चुके वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द होने के बाद उनका सड़क पर संचालन प्रतिबंधित है। ऐसे वाहनों को चेक कर सीज किया जाएगा। इसके लिए प्रवर्तन दल रोजाना ऑन रोड चेकिंग कर रहा है।
- कुलदीप सिंह, एआरटीओ