मेरठ (ब्यूरो)। नगर निगम का दावा है कि हम गार्बेज फ्री सिटी में रह रहे हैं, जहां कहीं भी गंदगी या कूड़े के ढेर नहीं हैं। इसी दावे के आधार पर नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में गार्बेज फ्री सिटी का तमगा भी जीता था। निगम के दावों के इतर हकीकत देखेंगे तो आपका चेहरा शर्म से झुक जाएगा। हालत यह है कि मोहल्लों की गंदगी को देखते हुए लोगों ने सोशल मीडिया पर आवाज उठाई है।

झूठा दिख रहा दावा
साफ-सफाई का दावा पुराने शहर की गलियों और शहर के बाहरी इलाकों में तो पूरी तरह से झूठा दिखाई देता है। इसकी बानगी यूनिवर्सिटी रोड स्थित औरंगशाहपुर डिग्गी क्षेत्र में देखने को मिल रही है। जहां पिछले कई माह से मेन रोड पर कूड़े का ढ़ेर लगातार बढ़ता जा रहा है। निगम की टीम रोजाना उस कूड़े के ढ़ेर को देखने के बाद साफ करने की जहमत तक नही उठाती है।

ट्वीट से उठाई प्रॉब्लम
इस समस्या के निस्तारण के लिए स्थानीय नागरिक रॉबिन राज ने नगर निगम समेत डीएम और नगरायुक्त को टैग करते हुए ट्वीट किया है।

मेन रोड पर बना डंपिंग ग्राउंड
गढ़ रोड स्थित औरंगशाहपुर डिग्गी नगर निगम में शामिल होने से पहले गांव था। यहां की गलियां आज भी गांव की तरह ही विकसित हैं। इस क्षेत्र को विवि रोड से जोडऩे वाली मेन रोड पर पिछले कई माह से अस्थाई कूड़ा स्थल बना है। आसपास के क्षेत्र का सारा कूड़ा पिछले कई माह से लगातार यहां डंप किया जा रहा है। इससे यह इलाका डंपिंग ग्राउंड सरीखा बन गया है।

गलियों मेें कूड़े का अंबार
ऐसे में लगातार स्थानीय लोग इस जगह से रोजाना कूड़ा उठाने की मांग कर रहे थे, लेकिन निगम ने भी कूड़ा नही उठाया। निगम की गाडिय़ां रोजाना इस कूड़ा स्थल के पास से गुजरती हैं लेकिन कूड़ा नही उठाती हैं। जिस कारण से आज मेन रोड पर कूड़े का अंबार लग चुका है।

अधूरा कूड़ा कलेक्शन बना कारण
कूड़ा कलेक्शन की गाडिय़ां इस क्षेत्र में नियमित रूप से नही आती हैं। इस कारण से अधिकतर घरों से कूड़ा नही उठ पाता है। मजबूरी में स्थानीय लोगों समेत आसपास के बाजार का सारा कूड़ा इसी स्थान पर आकर गिर रहा है। जिससे मेन रोड पर अस्थाई खत्ता घर बन चुका है।

संक्रामक बीमारियों का खतरा
स्थानीय लोगों की शिकायत हैं इस रोड से रोजाना स्कूल के बच्चों से लेकर सभी आयु वर्ग के लोग गुजरते हैं क्षेत्र में बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ चुका है। लगातार मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है इसके बाद भी यहां से कूड़ा नही हटाया जा रहा है।

स्वच्छता सर्वेक्षण महज शहर के कुछ वार्डों तक सीमित है। हमारे क्षेत्र में तो सफाई कर्मचारी कई कई सप्ताह तक नही आते हैं।
रोबिन

इस कूड़े के ढ़ेर को हटाने के लिए लगातार निगम से मांग की जा रही है, लेकिन निगम में सुनवाई नहीं होती है। इसलिए कूड़े का ढेर बढ़ता जा रहा है।
राजन

रोजाना यदि क्षेत्र से कूड़ा एकत्र होता, तो यहां गली गली में कूड़े का ढेर नही लगता। यह स्थिति तब है जब निगम रोजाना कूड़ा कलेक्शन गाडिृयां भेजने का दावा कर रहा है।
राजेश

हमारे वार्ड में गलियों में सफाई, सीवर लाइन, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन सभ्ीा प्रकार की सुविधाएं अधूरी हैं। कोई सुनवाई नही होती है।
सुंदर

इस क्षेत्र की समस्या को जल्द दूर किया जाएगा। संबंधित सुपरवाइजर को निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही कूड़ा कलेक्शन की गाडिय़ों को भी नियमित रुप से भेजा जाएगा।
हरपाल सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी