तीन साल में सोतीगंज में बढ़े 50 नए कबाड़ी

सोतीगंज समेत जिले के सभी कबाडि़यों की पुलिस जुटा रही जानकारी

फरार कबाडि़यों की संपत्ति कुर्क करने की भी पुलिस कर रही है तैयारी

Meerut। सोतीगंज में जिस तरह से वाहनों का कटान बढ़ रहा है, उसी तरह कबाडि़यों की संख्या भी बढ़ रही है। पिछले तीन सालों की बात करें तो मेरठ में 135 से लेकर 185 कबाड़ी हो गए है। जो वाहनों का कटान कर रहे हैं। तीन सालों में पचास कबाड़ी बढ़ गए हैं। सदर बाजार पुलिस के पास पुराने 135 कबाडि़यों का रिकार्ड है लेकिन जो तीन साल में नए कबाड़ी आए हैं, उनकी जानकारी पुलिस जुटाने में लगी है। पुलिस नए सिरे से अब 185 कबाडि़यों का रिकार्ड थाने के कंप्यूटर से लेकर रजिस्टर तक में दर्ज कर रही है। सभी कबाडि़यों का डाटा रखने के पीछे उद्देश्य ये है कि कबाडि़यों के बारे में पूरी तरह से जानकारी हो सके। इतना ही नहीं, जो भी कबाड़ी अवैध रूप से वाहनों का कटान करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसपी सिटी ने भी सदर पुलिस को कबाडि़यों का डाटा मेंटेन करने के निर्देश दिए है।

तीन में बढे़ 50 कबाड़ी

सोतीगंज में मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बागपत के अलावा दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड से चोरी करके लाए गए वाहनों को काटा जाता है। मेरठ में वाहनों के कटान करने वाले सबसे बड़ा कबाड़ी हाजी गल्ला, राहुल काला, राहुल चक्की और मन्नू कबाड़ी है। राहुल काला, मन्नू कबाड़ी और राहुल चक्की पर कई मुकदमे दर्ज हैं, और ये तीनों कबाड़ी वाहन चोरी और कटान के मामले में फरार भी चल रहे हैं। वहीं सोतीगंज को लेकर सांसद के सीएम को लिखे गए पत्र के बाद पुलिस मुख्यालय स्तर से भी सोतीगंज पर निगरानी रखने के आदेश जिला पुलिस अधिकारियों को जारी किए गए हैं। जिसके बाद सदर बाजार पुलिस ने कबाडि़यों की पड़ताल की तो ये पता चला कि कबाडि़यों की संख्या पहले के मुकाबले बढ़ गई है। पहले जहां 135 कबाड़ी पुलिस के आंकड़ों में दर्ज थे, तीन साल बीत जाने के बाद उनकी संख्या 185 हो गई है।

कंप्यूटर और रजिस्टर में दर्ज

इतना ही नहीं, जिले के अन्य इलाकों में कबाडि़यों का का रजिस्टर संबंधित थाना क्षेत्र में अलग से मेंटेन किया जा रहा है। हालांकि नए सिरे से तैयार हो रहे जिले के कबाडि़यों के डाटा में इसे भी कंप्यूटर और रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। वहीं पुलिस के लेवल से नए कबाडि़यों के बारों में पूरी जानकारी की जा रही है। इंस्पेक्टर सदर बाजार दिनेश चंद्र बघेल का कहना है कि तीन साल में कुछ कबाड़ी और बढ़े हैं। इन सब का डाटा तैयार किया जा रहा है। थाने के रिकार्ड रूम और कंप्यूटर में इन कबाडि़यों की एंट्री की जा रही है, ताकि इन सब पर निगरानी रखी जा सके।

सोतीगंज के कबाडि़यों का पूरा रिकार्ड रखा जा रहा है। सोतीगंज में जितने भी कबाड़ी नए आए हैं, उन सब की जानकारी करने के लिए सदर बाजार पुलिस को दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जिले के अन्य सभी कबाडि़यों पर नजर रखी जा रही है। जो भी कबाड़ी सोतीगंज के फरार चल रहे है, उनके खिलाफ इनाम घोषित करने के साथ ही कुर्की की कार्रवाई भी करने की तैयारी की जा रही है।

डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी, मेरठ