सर्राफा व्यापारी के बेटे कपिल ने बदमाशों को तिजोरी की चाभी देने से कर दिया था मना

गुस्साए बदमाशों ने कपिल को तीन घंटे तक रूक-रुककर पीटा, पिस्टल की बट से भी मारा

Meerut। सर्राफ कारोबारी के घर पर बदमाशों ने तीन घंटे तक कहर बरपाया। हथियारबंद बदमाशों पिता तेजपाल और मां शशि के साथ तो केवल धक्का -मुक्की की लेकिन कपिल के साथ मारपीट की। बदमाशों ने तीन घंटे की डकैती के दौरान कपिल से तिजोरी की चाभी मांगने के साथ उसे गालियां दी। बात-बात पर उसे चांटे भी मारे। बदमाशों के हौंसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने जाते-जाते परिवार से कहा कि हमें पता है कि अब तुम पुलिस को बताओगे, अखबार में खबर छपेगी। मगर हमारा कुछ बिगड़ने वाला क्योंकि हमारा रोज का यही काम है। पीडि़त तेजपाल वर्मा ने बताया कि घटना के बाद हम सब तनाव में आ गए हैं।

कपिल को जमकर पीटा

हाथों में हथियार, चाकू और पेचकस लेकर जब शुक्रवार रात करीब ढाई बजे चार बदमाश घर में घुसे और परिजनों को गन प्वाइंट पर लिया तो किसी की समझ में कुछ नहीं आया। सबसे पहले बदमाशों ने कपिल को निशाने पर लेते हुए उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच बदमाशों ने कपिल से तिजोरी की चाबियां मांगी तो पहले उसने देने से मना कर दिया। इसके बाद तो बदमाशों ने कपिल से मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने पिस्टल की बट, चांटे और घूंसों की बरसात कपिल पर कर दी। बस-बस कहते कपिल के मां-बाप के साथ कपिल की हिम्मत भी जवाब दे गई। बेबस और लाचार कपिल ने बदमाशों के कहे पर घर में रखी तिजोरी का ताला खोला और बदमाश माल लूटते रहे। शशि वर्मा ने बताया कि बेटे की उन्होंने बहुत पिटाई की, यहां तक की मुंह के अंदर हथियार रखकर जान से मारने की धमकी भी दी।

क्राइम ब्रांच और इनकम टैक्स वाले

बदमाशों ने घर में घुसते ही तेजपाल वर्मा को कब्जे में लिया। बदमाशों ने उन्हें बताया कि वह गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच से आए हैं। आपके यहां चोरी का सोना बेचा गया है। इससे तेजपाल घबरा गए। एक बदमाश नीचे गया तो दूसरा बदमाश बोला हम इनकम टैक्स गाजियाबाद से हैं। लाओ अपने सोने-चांदी और कैश की जांच कराओ।

नहीं खुल पाई तिजोरी

एसपी सिटी डॉ। अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि बदमाश सर्राफा कारोबारी का पूरा सोना और कैश लूटने की प्लानिंग के साथ आए थे। इसी बाबत उन्होंने घर और दुकान में रखा कैश और जेवरात लूट भी लिया। मगर दुकान की एक-दो अलमारी का ताला नहीं खुल पाया, जिनमें सोना और जेवर रखे थे।

दो थाने और दो चौकी

दरअसल, एल। ब्लॉक शास्त्रीनगर के जिस एरिया में डकैती की वारदात हुई वहां एक तरफ कुछ ही दूरी पर एल। ब्लॉक चौकी है तो दूसरी तरफ पीवीएस चौकी है। पीवीएस चौकी पर मेडिकल थाना लगता है जबकि एल। ब्लॉक चौकी नौचंदी थाने के अंतर्गत आती है। दोनों थानों की सीमा लांघकर बदमाश आसानी से फरार हो गए, लेकिन पुलिस को घटना की भनक तक नहीं लगी।

लॉकडाउन में शिफ्ट की थी दुकान

तेजपाल वर्मा की विष्णु ज्वैलर्स के नाम से पहले एल। ब्लॉक में घर के पास ही किराए की दुकान थी। मगर लॉकडाउन में किराए का संकट हुआ तो उन्होंने अपनी दुकान घर में शिफ्ट कर ली। इसी दौरान ऊपर मंजिल के जाल से पत्नी शशि वर्मा गिर गई थी। वह तब से बेड रेस्ट पर चल रही हैं। पति भी बीमार रहते हैं। ऐसे में उनका पूरी काम बेटे कपिल के हाथ में था। हालांकि कपिल बीए की पढ़ाई भी कर रहा है।

उठाई सुरक्षा की मांग

शनिवार को घटना की जानकारी मिलते ही व्यापारी नेता विनीत अग्रवाल शारदा समेत शास्त्रीनगर के व्यापारी जितेंद्र अग्रवाल और नवीन शर्मा ने मौके पर पहुंच गए। यहां उन्होंने पीडि़त परिवार से बातचीत कर घटना की पूरी जानकारी ली और घटना के खुलासे के लिए पुलिस-प्रशासन से पूरजोर मांग करने का आश्वासन भी दिया। व्यापारी नेता जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि हमने खुलासे के लिए पुलिस को 48 घंटे का समय दिया है। इसके बाद बैठक कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी तब तक व्यापारी पुलिस को जांच में सहयोग करेंगे। वहीं मेरठ बुलियन एसोएिशन के पदाधिकारी विजय आनंद अग्रवाल ने कहा कि बदमाशों के लिए सबसे आसान शिकार ज्वैलर्स ही हो गए हैं।