2 साल के बीएड कोर्स के एडमिशन के लिए चल रही काउंसिलिंग

27 नवंबर से शुरू हुई काउंसिलिंग प्रक्रिया

35 हजार अभ्यर्थियों को आज से कॉलेज चुनने मिलेगा मौका

29 नवंबर को सभी स्टूडेंट को उनकी सीट आवंटित कर दी जाएंगी

12 दिसंबर तक अगर सीट खाली रहती है। तो फिर होगी पूल काउंसिलिंग

Meerut। दो साल की बीएड कोर्स की एडमिशन के लिए काउंसिलिंग चल रही है। इस बार बीएड लखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से से कराई जा रही है। दूसरे चरण की कांउसिलिंग में 50001 से एक लाख 40 हजार तक के अभ्यर्थियों को 27 नवंबर से काउंसिलिंग शुरु कर दी गई है। आज से अभ्यर्थी कॉलेजों को चुन सकेंगे। इसमें मेरठ के 35 हजार अभ्यर्थियों को आज से अपने कॉलेज चुनने का मौका मिलेगा। वो अपनी आईडी पासवर्ड डालकर फार्म भर सकते हैं।

29 को बांटे जाएंगे कॉलेज

गौरतलब है कि 29 नवंबर को सभी स्टूडेंट को उनकी सीट आवंटित कर दी जाएंगी। 12 दिसंबर तक चारों चरण की काउंसिलिंग से अगर सीट खाली रहती है। तो फिर पूल काउंसिलिंग और उसके बाद सीधे एडमिशन की सुविधा मिलेगी। ऐसे में कोरोना काल के चलते काउंसिलिंग ऑनलाइन ही होंगी। मेरठ में 9 सौ करीब कॉलेजों में काउंसिलिंग होगी। दूसरी काउंसिलिंग स्लॉट को लेकर स्टूडेंट को अपने सभी डॉक्युमेंट को स्कैन करके रखना होगा।

समिति हटा चुकी सब्जेक्ट

सीसीएसयू से जुड़े बीएड कॉलेजों में सबसे अधिक आर्ट साइट के स्टूडेंट को एडमिशन देते हैं। उसके बाद साइंस व कामर्स के एडमिशन लेते है। इसकी वजह से साइंस की सीटें खाली रह जाती है। हाईकोर्ट के आदेश पर साल 2018 में बीएड राज्य प्रवेश समिति ने बीएड के सब्जेक्ट की बाध्यता को खत्म कर दिया है, कॉलेज साइंस, या आर्ट किसी भी सब्जेक्ट में सीट खाली रहने पर उन सीटों को मर्ज कर अभ्यर्थियों को एडमिशन दे सकेंगे, इसकी वजह से कॉलेजों के सामने सीट भरने की चिंता अब खत्म हो गई है, सीसीएसयू के शिक्षा विभाग के प्रोफेसर पीके मिश्रा ने बताया कि बीएड में सब्जेक्ट की अब कॉलेजों पर कोई बाध्यता नही है।