मरीजों को ढूंढने के लिए विभाग ने चलाया उन्मूलन जागरूकता अभियान

अलग-अलग इलाकों में जाकर मरीजों को ढूंढने की कवायद तेज

Meerut। कोविड-19 की दूसरी लहर का असर कम होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अन्य सेवाओं को भी सुचारू कर दिया है। इसके तहत टीबी विभाग का उन्मूलन जागरूकता अभियान भी अब पटरी पर आने लगा है। इसके लिए विभाग ने अलग-अलग सामाजिक संगठनों को जोड़ने की कवायद भी तेज कर दी है। विभाग की ओर से कई जगहों को चिंहित कर मरीज ढूंढने का काम शुरू कर दिया गया है।

मलिन बस्तियों में अभियान

जिला टीबी विभाग की ओर से जिले की कई मलिन बस्तियों में टीबी उन्मूलन जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। डिस्ट्रिक पीपीएम कोíडनेटर शबाना बेगम ने बताया कि मंगल पांडेय नगर, साबुन गोदाम, नई बस्ती में टीबी के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत महिलाओं व अन्य लोगों को टीबी से बचाव, इसके लक्षण को पहचाने व उसके समय से उपचार कराने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है। जिससे बीमारी के छिपे हुए मरीजों की जल्द से जल्द पहचान कर इलाज करवाया जा सके।

ट्रांसपोर्ट चार्ज भी

डिस्ट्रिक पीपीएम कोíडनेटर ने बताया टीबी से मुक्ति के लिए ज्वांइट एफ‌र्ट्स फॉर एलिमिनेशन ऑफ ट्यूबरक्लोसिस यानि जीत फाउंडेशन अभियान चला रहा है। इस अभियान के तहत टीबी के संदिग्ध मरीज की बलगम के साथ-साथ एचआईवी और शुगर की टेस्टिंग भी करवाई जा रही है। उन्होंने कहा एमडीआर टीबी के मरीज को जांच करवाने के लिए आने-जाने का ट्रांसपोर्टेशन चार्ज भी दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 45 केंद्रों पर टीबी की जांच कराई जा रही है।

एक जुलाई से चलाए जा रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत टीबी के मरीजों को भी तलाश किया जा रहा है। मरीजों के मिलने पर विभाग की ओर से ही उनका इलाज करवाया जाएगा।

गुलशन राय, जिला टीबी अधिकारी, मेरठ