व्यापारियों ने दुकानों के पक्के स्लैब तोड़ने का किया विरोध

Meerut। शहर के बुढ़ाना गेट तिराहे पर शनिवार को नाला सफाई के लिए पहुंची निगम की टीम का स्थानीय व्यापारियों ने विरोध करते हुए हंगामा कर दिया। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम द्वारा नाला सफाई के नाम पर जबरन दुकानों में तोड़ फोड की जा रही है। व्यापारियों ने नाला सफाई का अभियान रुकवा दिया। भारी हंगामे के बाद नगर निगम ने व्यापारियों को खुद स्लैब हटाने के लिए 2 दिन का समय देकर अभियान रोक दिया।

नाला सफाई पर विवाद

शनिवार को बुढ़ाना गेट तिराहे पर नाला सफाई के लिए नगर निगम प्रवर्तन दल की टीम ने अभियान शुरु किया था। अभियान में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट शक्ति सिंह मलिक के नेतृत्व में क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक रवि शेखर के साथ मिलकर बुढ़ाना गेट तिराहे से बच्चा पार्क की ओर जाने वाले मार्ग पर नाला सफाई का कार्य शुरू कराया। लेकिन जैसे ही टीम ने नाले पर पड़े पक्के सेलेब्स को तोड़ना शुरू किया तो स्थानीय व्यापार संघ से जुड़े कुछ पदाधिकारी तथा दुकानदार इकट्ठा होने शुरू हो गए और नाला सफाई का विरोध में हंगामा करना शुरू कर दिया।

पक्के स्लैब न तोड़े जाएं

व्यापारियों का कहना था कि लॉकडाउन में सभी दुकानें बंद है तथा व्यापारियों का वैसे ही काफी आíथक नुकसान हुआ है। ऐसे में स्थानीय व्यापार संघ के साथ मिलकर ही नाला सफाई का कार्य कराया जाए तथा नालों पर पड़े पक्के स्लैब को न तोड़ा जाए।

नगरायुक्त से की बात

नगर निगम टीम ने व्यापारियों को समझाया कि सभी व्यापारी तथा दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों के सामने नालो पर लोहे के जाल डलवा ले क्योंकि निगम के पास स्लैब को तोड़ने के अलावा नाला सफाई के लिए कोई विकल्प नहीं है। लेकिन इसके बाद भी व्यापारियों ने विरोध जारी रखा। उधर निगम ने भी विरोध के बावजूद अभियान जारी रखा और तीन चार दुकानों के सामने से नालों पर बने पक्के सेलेब्स को तोड़ दिया। देखते ही देखते व्यापारियों की भीड़ इकट्ठा हो गई। व्यापारी बोले कि उनकी अनुपस्थिति में नाला सफाई किया जाना अनुचित है। निगम टीम ने बताया कि नगर आयुक्त के आदेश के बिना कार्य नहीं रुकेगा।

दो दिन का समय

स्थानीय पार्षद संदीप रेवडी ने नगर आयुक्त से बात की और 2 दिन की मोहलत मांगी ताकि सभी संबंधित दुकानदार तथा व्यापारी अपना अतिक्रमण हटाकर नाले पर लोहे के जाल डलवा सके। नगर आयुक्त ने प्रवर्तन दल सह प्रभारी सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट शक्ति सिंह मलिक को 2 दिन के लिए अभियान को स्थगित करने का आदेश दिया। उसके बाद तब कहीं जाकर व्यापारी शांत हुए। प्रवर्तन दल की टीम में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट प्रवीण कुमार, हवलदार मुनेंद्र कुमार, रुपेश, जितेंद्र तथा सनोज कुमार आदि लोग शामिल रहे।