साल बीता पर नहीं बदली वार्डो की सूरत

कैलाश पुरी, राजेंद्रनगर, कल्याण नगर में जगह-जगह लगा कूडे़ का ढेर

Meerut। स्वच्छता सर्वेक्षण की कवायद में शहर के कुछ वार्ड हर साल पूरी तरह शामिल रहते हैं तो कुछ वार्डो को इस सर्वेक्षण के तहत अनदेखा कर दिया जाता है। पूरे साल सफाई की सुविधा से तरसते इन वार्डो में स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान भी निगम की कुछ खास तवज्जों नहीं रहती है। ऐसे ही एक वार्ड है, शहर के वार्ड 67 जहां कैलाशपुरी, राजेंद्रनगर, कल्याण नगर जैसे कई प्रमुख मोहल्ले आते हैं, लेकिन इसके बाद भी इस वार्ड में स्वच्छता के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है।

कूड़ा बना परेशानी

शहर के इस प्रमुख वार्ड में नौचंदी मैदान से लेकर गांधी आश्रम चौराहा, हापुड़ अड्डा जैसे प्रमुख क्षेत्र आते हैं, बावजूद इसके भी यहां साफ सफाई और डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन प्रमुख समस्या है। नियमित साफ सफाई न होने के कारण क्षेत्र में जगह-जगह कूडे़ का ढेर लगा हुआ है। क्षेत्र में डस्टबिन न होने के कारण लोग सड़क किनारे कूड़ा फेंक देते हैं। नगर निगम के सफाई कर्मचारी रोजाना सफाई नहीं करते इस कारण से वार्ड की मेन रोड तक पर जगह जगह कूड़े का ढेर लगा रहता है।

सीवर लाइन से परेशानी

वार्ड में सीवर लाइन का काम साल 2019 में शुरु हुआ था। इसके दौरान पहले नंदन सिनेमा से शांता स्मारक चौराहे तक मेन रोड पर सीवरलाइन डाली गई। लेकिन इसके बाद भी क्षेत्र में जलनिकासी पूरी तरह नालियों पर निर्भर है। सीवर लाइन अभी पूरी तरह से चालू नही है। इस कारण से क्षेत्र में पानी निकासी व्यवस्था गंदगी और बरसात के कारण बिगड़ जाती है। नालियों में गंदगी के कारण भी पानी निकल नहीं पाता है।

वार्ड में सबसे अधिक समस्या गंदगी की है। कई जगह कूड़ा सड़क किनारे पड़ा रहता है। दिन में सफाई के कुछ देर बाद ही कूडे़ का ढेर लग जाता है।

डॉ। मोहित शर्मा

कूड़ा कलेक्शन के लिए गाडि़यां कई कई दिनों तक क्षेत्र में नहीं आती हैं। साफ सफाई नियमित नहीं है, नालियों की सफाई न होने से गंदगी भरी रहती है।

अशोक शर्मा

वार्ड में गंदगी सबसे बड़ी समस्या है। नौचंदी मैदान में जगह जगह कूडे़ का ढेर लगा रहता है। अब नौचंदी शुरु होने वाली है तो साफ सफाई शुरु हो जाएगी। कूड़ा कलेक्शन गाडि़यां भी सप्ताह में एक या दो बार ही आती हैं।

हरिओम त्यागी

हमारे क्षेत्र में निगम द्वारा लगातार काम कराया जा रहा है। सुबह शाम दो शिफ्ट में सफाई का काम होता है। लेकिन दिनभर बाजार का कूड़ा इधर उधर एकत्र हो जाता है। कूड़ा कलेक्शन भी शत प्रतिशत है।

राकेश शर्मा, पार्षद