साल बीता पर नहीं सुधरी समर गार्डन की सूरत

गड्ढे भरे पर नहीं बनी पक्की रोड, धूल मिट्टी से परेशान स्थानीय लोग

Meerut। शहर के विकास और स्वच्छता अभियानों की गति शहर के कुछ इलाकों में धीमी गति से चल रही है। इससे स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। नगर निगम के दायरे में आने के बाद भी ये इलाके आज भी विकास की योजनाओं में पिछड़े हैं, जबकि यह शहर से बाहर नहीं बल्कि बीचोंबीच बने प्रमुख क्षेत्र हैं। ऐसा ही कुछ हाल है कि शहर के समर गार्डन का। यहां दो साल की कवायद के बाद मेन 60 फुटा रोड के गड्ढे तो भर दिए गए, लेकिन आज तक पक्की रोड नहीं बन पाई। जिससे धूल मिट्टी आसपास के लोगों के लिए परेशानी का सबब है।

नहीं बनी पक्की सड़क

सालभर पहले समर गार्डन, मदीना कालोनी की प्रमुख 60 फुट रोड पर वाहन लेकर चलना तो दूर पैदल चलना भी दूभर था। मेन रोड पर तीन तीन फुट के गड्ढे थे। इसमें बरसात के बिना भी पूरा साल नालियों का गंदा पानी भरा रहता था। कीचड़ और गंदे पानी के बीच स्थानीय लोगों को रोजाना निकल कर जाना पड़ता था। बरसात में तो यह इलाका पूरी तरह चलने लायक ही नही बचता था। जैसे तैसे नगर निगम ने मेन रोड की मरम्मत कर गड्ढे तो भर दिए लेकिन गड्ढे भरकर जो सड़क बनाई गई है वह आज भी ईटों से कच्ची बनाई गई है। कच्ची सड़क पर वाहन दौड़ते और धूल का गुबार दिनभर उड़ता रहता है।

जल निकासी की व्यवस्था नहीं

इस कॉलोनी को विकसित करने के लिए निगम ने चौड़ी सड़कों की सुविधा तो दे दी, लेकिन इन सड़कों के किनारे नालियों की स्थिति भी खराब है। गलियों का गंदा पानी नालियों से सीधा सड़क पर जाकर एकत्र हो जाता है। नालियां जगह जगह जाम है ऐसे में जलनिकासी पूरी तरह ठप है। पानी निकासी ना होने के कारण सड़क पर ही पूरे साल गंदा पानी भरा रहता है। अब कच्ची सड़क तो बना दी है लेकिन जलनिकासी की व्यवस्था अब भी नही है।

कनेक्शन का इंतजार

इसके अलावा पूरे क्षेत्र में सीवर लाइन डले हुए पांच साल से अधिक का समय हो गया है। करीब 53 लाख रुपए की लागत से क्षेत्र में सीवर लाइन डाली तो गई, लेकिन ठेकेदार ने आज तक सीवर लाइन घरों से कनेक्ट नही की। जिस कारण से जल निकासी का इस क्षेत्र में किसी प्रकार का कोई प्रबंधन नही है।

इस पूरे क्षेत्र में सीवर लाइन का काम हो चुका है लेकिन मेन सीवर लाइन से गलियों की लाइन कनेक्ट नही हुई है। इसका काम भी जल्द होगा। सड़क के गड्ढे भरने के लिए पक्की ईटों से सड़क बनाई गई है इसके बाद पक्की सड़क भी बनाई जाएगी।

यशवंत कुमार, चीफ इंजीनियर

हमारे क्षेत्र में नगर निगम हाउस टैक्स के लिए ढाई-ढाई लाख रुपए बिल तो भेज रहा है लेकिन पक्की सड़क व जलनिकासी तक की सुविधा नही दे पा रहा है। दिनभर धूल मिट्टी से व्यापार ठप है आसपास रहने वाले लोग परेशान हैं।

दानिश

दो साल में जैसे-तैसे सड़क तो बना दी लेकिन यह भी ईटों की कच्ची सड़क है, जबकि अब तो गांवों में भी ईटों की सड़क नही बनती है वहां भी सीसी टाइल्स की बनाई जाती है।

नसीमुददीन

समस्या तो सबसे ज्यादा जल निकासी की है। सीवर लाइन डाले हुए आठ साल से अधिक समय हो गया लेकिन मेन लाइन में कनेक्ट नही की गई है। सड़क बना दी गई लेकिन पक्की नही बनाई है। सारे काम अधूरे खानापूर्ति के लिए ही किए जा रहे हैं।

अनीस

धूल मिट्टी से व्यापारी पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। दिनभर दुकान के अंदर से धूल मिट्टी साफ करनी पड़ती है। पानी का रोजाना दिन में तीन से चार बार छिड़काव ना करें तो धूल बीमार कर दे।

मोबिन