दवाओं की कम आपूर्ति, हो सकता है दवाइयों का संकट

बजट बंद, डीवीडीएमएस पर दर्ज होगा रिकार्ड

Meerut। यूपी स्टेट कार्पोरेशन के तहत अब स्वास्थ्य विभाग और जिला अस्पताल में वेयर हाउस से दवाइयां पहुंचेगी। दवाइयों के लिए दिए जाने वाले बजट को शासन ने बंद कर दिया है। ऐसे में कम आपूर्ति के चलते अस्पतालों में दवाइयों का संकट खड़ा हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि अगर व्यवस्था सुचारू नहीं हुई तो मरीजों के सामने बड़ी समस्या पैदा हो सकती है।

ऐसे होगी मॉनिटरिंग

शासन की ओर से अभी तक स्वास्थ्य विभाग, जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल के लिए दवाइयों का अलग-अलग बजट भेजा जाता था। स्वास्थ्य विभाग के अंर्तगत सभी सीएचसी-पीएचसी शामिल हैं। हालिया योजना के तहत अब शासन ने अलग-अलग बजट न देकर प्रदेशभर में दवाइयों के लिए अलग से कॉर्पोरेशन तैयार कर दिया है। इसके साथ ही कार्पोरेशन सभी जगह अलग-अलग दवाइयां न देकर अब जिले में तैयार हुए वेयर हाउस में दवाइयां देगा। इनकी मॉनिटरिंग डीवीडीएमएस (ड्रग्स एंड वैक्सिन डिस्ट्रिब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम) से की जाएगी। इसी सिस्टम से अस्पतालों को दवाइयों का स्टॉक, डिमांड मेनटने करना होगा।

एक महीने का स्टॉक

जिला अस्पताल में मांग से अनुसार पूर्ति न होने की वजह से अस्पताल में दवाइयों का संकट गहराने लगा है। एंटी बॉयोटिक, पेन किलर, लूज मोशन, हार्ट, बीपी समेत तमाम दवाइयों के स्टॉक का संकट खड़ा हो गया है। अस्पताल के पास मात्र एक महीने का स्टॉक शेष है जबकि तीन महीने का इंडेंट भेजा गया है।

दवाइयों के लिए अब वेयर हाउस बना दिया गया है। वहीं से दवाइयों की सप्लाई की जाएगी। हमने डिमांड भेज दी है। अगर समय पर पूर्ति नहीं होती है तो किल्लत हो सकती है।

डॉ। पीके बंसल, एसआईसी, जिला अस्पताल

दवाओं की कम आपूर्ति, हो सकता है दवाइयों का संकट

मेडिकल में भी टोटा

मेडिकल कॉलेज में भी दवाइयों की स्थिति ठीक नहीं हैं। अस्पताल में पर्याप्त बजट भी शेष नहीं हैं। जबकि अभी तीन महीने का समय बाकी है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इस साल दवाओं के लिए 10 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। दो महीने बाकी हैं, जबकि विभाग के पास 30 लाख रूपये शेष हैं। मेडिकल कॉलेज में एक महीने में करीब एक करोड़ की दवाइयों की खपत औसतन होती है। दो महीने 30 लाख से कैसे काम चलेगा, कोई नहीं जानता? मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। आरसी गुप्ता ने बताया कि दवाइयों के लिए रिमाइंडर भेजा गया है।