मेरठ (ब्यूरो)। क्या आप जानते हैैं कि सीसीएस यूनिवर्सिटी नैक ग्रेडिंग में ए प्लस प्लस हासिक कर चुकी हैयूपी के करीब एक हजार कॉलेज यूनिवर्सिटी से संबद्ध हैैंएक लाख 40 हजार स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी और इससे संबद्ध कॉलेजों में पढ़ते हैैं60 करीब कोर्सेज यूनिवर्सिटी द्वारा चलाए जा रहे हैैंये सब आप शायद जानते होंगे लेकिन यूनिवर्सिटी के गोपनीय विभाग में यूजी-पीजी टे्रडिशनल और प्रोफेशनल, पीएचडी, एमफिल, आदि की करीब 50 हजार डिग्रियां ऐसी हैैं, जो 20 से 25 सालों से अनक्लेम्ड हैैं, ये जानकर आप जरूर हैरत में पड़ गए होंगे। हैरत हमें भी हुई कि जिनकी ये डिग्रियां हैैं वो इन्हें क्यों नहीं लेने आए, मगर इसका जवाब नहीं मिला। हालांकि यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों को निर्देश दिया है कि वह संबंधित स्टूडेंट्स से संपर्क कर उन्हें डिग्री ले जाने के लिए जागरूक करें।

बांटी जाती हैं डिग्रियां
दरअसल, बीते कई सालों से यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान यूनिवर्सिटी विभिन्न कोर्सेज की सैैकड़ों डिग्रियां स्टूडेंट्स को बांटती है। बावजूद इसके यूनिवर्सिटी के गोपनीय विभाग में बीते कई सालों से हजारों डिग्रियां अनक्लेम्ड पड़ी हैं। सीसीएसयू के रजिस्ट्रार का कहना है कि स्टूडेंट्स को ये कंफ्यूजन रहता है कि नौकरी या आगे की पढ़ाई में प्रोविजनल सर्टिफिकेट से ही काम चलता रहेगा। लेकिन प्रोविजनल सर्टिफिकेट की अवधि छह माह की होती है। साथ ही उस पर डिग्री विल बी अवार्डेड इन नेक्स्ट कॉन्वोकेशन अंकित भी होता है। बावजूद इसके स्टूडेंट्स अपनी डिग्री लेने क्यों नहीं आते, ये बात समझ से बाहर है।

कॉलेजों को भेजी डिग्रियां
यूनिवर्सिटी ने करीब पांच साल बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स की डिग्रियां संबंधित कॉलेजों को भेजी थी। मगर कुछ डिग्रियों को छोड़कर अधिकांश कुछ समय बाद यूनिवर्सिटी को वापस भेज दी गई।

नमी और दीमक बनी दुश्मन
यूनिवर्सिटी के गोपनीय विभाग में पड़ी करीब 50 हजार अनक्लेम्ड डिग्रियां नमी और दीमक के कारण खराब होने लगी हैैं। जानकारी के मुताबिक डिग्रियों में इस्तेमाल किए जाने वाला कागज उच्च क्वालिटी का होता है। मगर कभी भीगने के कारण बनी नमी से डिग्रियां खराब हो रही हैैं तो कभी दीमक की वजह से भी डिग्रियों के खराब होने की बात सामने आ रही है।

करते सकते हैैं ऑनलाइन अप्लाई
पहले साल 2004 तक की डिग्री को 500 रुपये देकर प्राप्त किया जा सकता था। उसके बाद 2004 के बाद से 2015 तक डिग्रियां 250 रुपये देकर प्राप्त की जा सकती थी। उसके डिग्रियों के लिए आवेदन शुल्क ए रुपया कर दिया गया। हालांकि अब किसी भी साल की डिग्री फ्री में प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए सीसीएसयू के वेबसाइट सीसीएस यूनिवर्सिटी।एसी।इन पर स्टूडेंट्स ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैैं। वेबसाइट पर स्टूडेंट सेक्शन में जाकर फोर डिग्री कॉलम या फोर प्रोविजन कॉलम पर क्लिक कर प्रोविजन सर्टिफिकेट या डिग्री प्राप्त कर सकते हैैं। डिग्री या प्रोविजन सर्टिफिकेट के लिए आधार कार्ड और मार्कशीट की जरूरत होती है। प्रोविजन सर्टिफिकेट 20 दिन में घर आ जाता है।

कॉलेजों को कहा गया है कि वो स्टूडेंट्स को कांटेक्ट कर डिग्री लेने के लिए जागरूक करें और उन्हें डिग्री की अहमियत भी बताएं। ऑनलाइन अप्लाई करने के 20 दिन में डिग्री और प्रोविजनल सर्टिफिकेट घर भेज दिया जाता है।
धीरेंद्र कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू