Meerut : अभी महज मुनादी पिटी और मेरठ में ग्राम पंचायत चुनाव की रंजिश में मंगलवार तीसरी हत्या हो गई। पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से कराने का दावा ठोक रही पुलिस को हो रही ताबड़तोड़ घटनाएं मुंह चिढ़ा रही हैं तो वहीं जनपद में लॉ एंड आर्डर की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है। तीनों ही घटनाओं में हत्यारोपियों ने 'टारगेट' को बेहद निर्ममता से गोली मारकर मौत के घाट उतारा है।

दोहरे हत्याकांड में गई थी दावेदार की जान

सरूरपुर थानाक्षेत्र के रासना गांव में प्रधान पद के संभावित उम्मीदवार को सरेशाम गोलियों से भून दिया गया। गुस्साई भीड़ ने एक हत्यारोपी को दबोच लिया और ईटों से कुचलकर मार डाला। मौके पर पहुंचे सीओ सरधना, एसओ सरूरपुर और एसओ रोहटा से मारपीट की गई व जीप तोड़ डाली। पुलिस ने हवाई फाय¨रग की और खेतों में छिपकर जान बचाई। घंटों तक दोनों लाश को ग्रामीणों ने नहीं उठाने दिया। डीएम, एसएसपी मौके पर पहुंचे। भारी पुलिस फोर्स और पीएसी बल लगाया गया है। प्रधान पद के दावेदार प्रदीप त्यागी की गांव के ही कुख्यात निगम पहलवान ने दो साथियों के साथ गोली मारकर हत्या कर दी थी। एक हत्यारे को भीड़ ने पकड़कर मौत के घाट उतार दिया था तो मुख्य आरोपी समेत अन्य आरोपी जेल में हैं।

खिर्वा में एक ही हत्या

सरधना थाना क्षेत्र के खिर्वा जलालपुर गांव में प्रधान 20 अगस्त को चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे दो पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। मारपीट, पथराव व करीब सौ राउंड फाय¨रग के बाद देशी बम भी फेंके गए। इसमें एक पक्ष के रहीस अब्बास की चौपले पर गिराकर दूसरे पक्ष गोली मारकर हत्या कर दी थी। आधा दर्जन लोग घायल हो गए। दुकानों में तोड़फोड़ की गई और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस व अर्ध सैनिक बल लगाकर स्थिति को नियंत्रित किया गया। दोनों तरफ से मुकदमे दर्ज कर दर्जनभर युवकों को हिरासत में लिया गया है। बलवाइयों में एक शिया तो दूसरा पक्ष सुन्नी है।

सुपारी देकर कराई गई प्रेम की हत्या?

प्रेम कुमार की हत्या के मुख्य आरोपी आनंद की पहले से भी रंजिश थी, ऐसा अस्पताल पर मौजूद ग्रामीण कह रहे थे। चर्चा यह भी थी कि इस रंजिश का फायदा उठाते हुए गांव के ही किसी व्यक्ति ने आनंद को प्रेम की हत्या की सुपारी दी थी। दबी जुबान से लोग इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड के नाम पर चर्चा कर रहे थे। प्रधानी के लिए दावेदारी करने के बाद कई लोगों की नजर में चढ़ गए थे।

जेल से लौटा था प्रेम

वहीं दूसरी तरफ प्रेम आपराधिक प्रवृति का था। 2013 में क्राइम ब्रांच ने उसे पकड़कर उसकी गैंग का भंडाफोड़ किया था। उसका गैंग वाहनों की लूट करता था। जेल से बेल पर वह बाहर था। आरोपी आनंद के ऊपर भी कई केस चल रहे हैं। वह भी जेल जा चुका था। पुलिस के अनुसार कुछ समय पहले प्रेम और आनंद के बीच झड़प और गालीगलौज हो गई थी। बताया जा रहा है कि इसी बीच प्रधानी के चुनाव के चलते विपक्षी ने फायदा उठाना चाहा। उन्होंने आनंद के जरिए प्रेम को मरवाने की प्लानिंग की। इसके लिए उन्होंने आनंद को सुपारी भी दी। गांव वालों के मुताबिक प्रेम को इस बात की भनक लग गई थी, लेकिन तब भी वह गांव में अकेले ही घूम रहा था और ट्यूजडे को वह आनंद की बातों में आ गया। फोन पर बुलावे पर वह चला गया और उसकी हत्या कर दी गई।

कई हथियारों से चलाई गोलियां

जिस तरह से प्रेम को पूरी योजना के साथ मारा गया है उससे प्रतीत होता कि हत्या में केवल एक ही हथियार का इस्तेमाल नहीं किया गया था। उसके पूरे शरीर में करीब 10 गोलियां दागी गई थीं। उसका पूरा शरीर गोलियों से छलनी हो गया था। सीने, पेट, चेहरा, सिर और पैर में गोली मारी गई थी। गोली लगने के बाद वह गिर पड़ा था, तब भी बदमाश ताबड़तोड़ फायर झोंकने में लगे हुए थे। ऐसे में यह माना जा रहा कि मेन आरोपी आनंद के साथ उसके साथियों ने भी प्रेम पर गोली चलाई होगी। प्रेम को किसी भी रूप में बदमाश जिंदा नहीं छोड़ना चाह रहे थे, इसलिए उन्होंने पहले ही इसी पुख्ता प्लानिंग कर ली थी। ग्रामीणों के मुताबिक आरोपी आनंद के घर पर पिछले कुछ दिनों से तीन-चार संदिग्ध लोग ठहरे हुए थे। प्रेम के घर से बाहर निकलने पर आसपास वहीं लोग घूमते देखे गए थे। वे कौन थे और कहां के रहने वाले थे, ग्रामीणों को जानकारी नहीं है। रास्ते में कहीं पर भी मौका नहीं मिलने पर उन्होंने प्रेम को बुलाकर ही हत्या करने का फैसला लिया।

परिजनों में मचा कोहराम

मृतक प्रेम कुछ महीने पहले ही जेल से छूटा था। एक वर्ष पहले ही उसकी शादी हुई थी। उसकी पत्‍‌नी सुमन दिल्ली पुलिस में तैनात है। जबकि बड़ा भाई गाजियाबाद स्थित पीएसी में है। उसकी मौत से परिवार में ही नहीं, पूरे गांव में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम के बाद जब उसका शव गांव में पहुंचा तो उसके निवास पर हजारों लोग पहले से मौजूद थे। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले हॉस्पिटल में सपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान और एमएलसी सरोजनी अग्रवाल समेत कई नेता और कार्यकर्ता पहुंचे।

चारों नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही सीओ शिवराज सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई है। जल्द ही सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।

कैप्टन एमएम बेग, एसपी देहात मेरठ

पुरानी रंजिश और प्रधानी के चुनाव को लेकर युवक की हत्या की गई है। मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। पंचायत चुनाव को लेकर गांवों में भी अपराधियों की लिस्ट तैयार की जा रही है।

दिनेश चंद्र दूबे, एसएसपी मेरठ