यूआरटीआई की समस्या, डॉक्टर्स बोले बरते सावधानी

मौसम का बदला मिजाज, बढ़ रहा नजला, खांसी बुखार

Meerut। मौसम बदल रहा है। इसके साथ ही वायरल इंफेक्शन का प्रकोप भी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा हैं। हर 10वां आदमी गले में खराश, इंफेक्शन, सूखी खांसी, जख्म, गला बैठने जैसी समस्याओं से परेशान हो रहा है। प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में इस दिनों सबसे अधिक पेशेंट्स इन्हीं बीमारियों के हैं। स्थिति यह है कि प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में इन दिनों सबसे ज्यादा मरीज गले की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि ये एक तरह का फ्लू है जिसे यूआरटीआई श्रेणी में रखा जाता है।

ये है स्थिति

यूआरटीआई अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होता है। इन बीमारियों में वायरस ऊपरी रेस्पिरेट्री पा‌र्ट्स पर सबसे ज्यादा अटैक करते है। डॉक्टर्स का कहना है कि इनकी शुरुआत गले से ही होती है। इसे ड्रॉपलेट इंफेक्शन भी कहते हैं। कुछ मरीजों में खांसी, नाक बहना या नाक बंद रहना, बुखार, सिर दर्द, छींक, गले में खराश, सांस लेने में परेशानी और थकान जैसे लक्षण भी सामने आ रहे हैं। ड्राई कफ की समस्या भी बनी हुई है। डॉक्टर्स का कहना है कि ये वायरस दवाइयां लेने के बाद भी ठीक होने में 5 से 7 दिन ले रहा है।

धूल से एलर्जी भी बन रही वजह

मौसम में इन दिनों हवा के साथ चल उड़ रही धूल भी गले में इंफेक्शन का कारण बन रही है। एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि जिन लोगों को डस्ट एलर्जी है या परिवार में क्रोनिक एलर्जी, सीजनल खांसी या ऐसी ही बीमारियों के लक्षण हैं तो ये समस्या आनुवांशिक भी हो सकती है। सांस के साथ धूल के कण गले में जम जा रहे जिसकी वजह से भी ये समस्या आ रही है।

ये हैं लक्षण तो रहे सतर्क

एक्सपर्ट बताते हैं कि किसी भी इंफ्लूएंजा की शुरुआत गले के इंफेक्शन से ही होती हैं। अगर गले की परेशानी के साथ पैरों में दर्द, अकड़न, छींके आना, बुखार, सिरदर्द जैसी समस्या भी है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सांस फूलना, बलगम जैसी समस्याएं हैं तो ये गंभीर भी हो सकता है।

ऐसे करें बचाव

दिन में कई बार गर्म पानी में नमक डाल कर गरारे करें

माउथवॉश का प्रयोग करें

मॉस्क पहन कर रहे

हाथ न मिलाएं

पब्लिक प्लेस पर जाने से बचे

अधिक से अधिक पानी पिएं

विटामिन सी का सेवन अधिक से अधिक करें

बच्चों का खास ख्याल रखें

सीनियर सीटिजन और गर्भवती महिलाएं खुद कर ख्याल रखें

गले में इंफेक्शन की समस्या इन दिनों काफी तेजी से बढ़ रही है। ये वायरल का हाई ग्रेड इंफेक्शन है। कॉमन कोल्ड का ही एक रूप है। इम्यूनाइजेशन कम होने पर ये वायरस अधिक असर डालते हैं।

डॉ। नवीन कुमार शर्मा, आईएमए अध्यक्ष

वायरल इंफेक्शन की वजह से गले में समस्या आ रही है। खांसने-छींकने से ये अधिक फैल रहा हैं। इसे ड्रापलेट इंफेक्शन कहते हैं। इसमें देखभाल की बहुत आवश्यकता है।

डॉ। विश्वजीत बैम्बी, सीनियर फिजिशयन