मेरठ, (ब्यूरो)। तीन नवंबर की रात कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित वंडर सिटी के पास एमडी मोटर्स बैैंक पार्किंग यार्ड में हथियारबंद बदमाशों ने दस्तक दी थी। यार्ड में तैनात गार्ड रोहित पुत्र अशोक व अंकित पुत्र भरत सिंह निवासी छोटी पावटी थाना जानी ने आरोपियों का विरोध किया। बदमाशों ने दोनों के साथ मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसके बाद आरोपी यार्ड से गाडिय़ों की बैटरियां, खुला हुआ इंजन व दो कार लेकर फरार हो गए थे। हालांकि पुलिस आने के शक में आरोपी एक कार को यार्ड से पांच सौ मीटर दूरी पर ही छोड़कर भाग निकले थे। जिसे पुलिस ने अगले ही दिन बरामद कर लिया था। इस मामले में यार्ड स्वामी उमेश चंद्रवंशी पुत्र शिव शंकर निवासी 286 शास्त्रीनगर मेरठ ने तहरीर देकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

भोला रोड से दबोचा
सोमवार को पुलिस लाइन में घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना कंकरखेड़ा व सर्विलांस की टीम लगाई गई थी। रविवार शाम पुलिस को सूचना मिली कि भोला रोड पर नीलकंठ मंडप के पास तीन आरोपी लूटी गई क्विड कार में चोरी का माल बेचने की फिराक में हैैं। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो सफेद रंग की क्विड कार संख्या यूपी 14 सीवाई 1802 में तीन व्यक्ति बैठे थे। जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने लूट की घटना को अंजाम देना कुबूल किया। इस दौरान आरोपियों ने अपना नाम सैफ अली पुत्र इकरामुद्दीन निवासी छोटी मस्जिद के पास ग्राम शोभापुर, कंकरखेड़ा, रिजवान पुत्र यामीन निवासी डिफेंस कालोनी निकट निवाड़ी पुलिस चौकी कस्बा, मोदीनगर और अनस पुत्र नौशाद निवासी मोहल्ला किदवई नगर गुरुद्वारा रोड कस्बा, मोदीनगर बताया। साथ ही घटना में शामिल इमरान पुत्र सलीम व समीर पुत्र शाकिर निवासी ग्राम खड़ौली थाना कंकरखेड़ा का होना भी कुबूल किया। तलाशी में आरोपियों के पास से पुलिस ने लूट का सामान, रिजवान के पास से 315 बोर का तमंचा भी बरामद किया। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।


गिरोह बनाकर करते थे वारदात
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कुबूल किया कि वह लोग गैैंग बनाकर अपराध की घटनाओं को अंजाम देते थे। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने मेरठ के अलावा गाजियाबाद के थाना कविनगर क्षेत्र में दो माह पहले भी एक फैक्ट्री में दो गार्डों को बंधकर बनाकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। इस संबंध में कवि नगर थाने में भी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज है।

सीसीटीवी उखाड़ ले गए थे
एमडी मोटर्स बैैंक पार्किंग यार्ड स्वामी उमेश चंद्रवंशी ने बताया कि उनका सभी बैैंकों की फाइनेंस कंपनी से करार है। जिन फाइनेंस वाहनों की किस्त टूट जाती है। फाइनेंस कंपनियां उन वाहनों को खींचकर यार्ड में खड़ा करती हैैं। यार्ड में 12 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। जबकि तीन गार्डों को तैनात किया गया है। तीन नवंबर को यार्ड में गार्ड रोहित व अंकित ही मौजूद थे। लूट की घटना के दौरान आरोपियों ने सभी सीसीटीवी कैमरे उखाड़ लिए थे। जबकि मारपीट में अंकित के सिर में इतनी गंभीर चोटें थीं कि उसका ऑपरेशन करना पड़ा।

आत्महत्या की सूचना
घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी ने बताया कि घटना में इमरान व समीर वांछित हैैं। जिन्हें पकडऩे के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई हैैं। हालांकि इनमें से एक आरोपी द्वारा पारिवारिक विवाद के चलते आत्महत्या करने की सूचना मिली है। सूचना की पुलिस पुष्टि कर रही है।

लूट का माल बरामद
एक क्विड कार, एक बांस का डंडा, एक लोहे की रॉड, एक पाना जंग लगा हुआ, अलुहा कंपनी के चार सीसीटीवी कैमरे, एक कार के इंजन का पिस्टन, एक मोबाइल डबल सिम सैमसंग, नौ कार की बैटरी अलग-अलग कंपनी की, एक अवैध तमंचा 315 बोर।

पकड़े गए आरोपी गिरोह बनाकर काम करते थे। दो माह पहले इन्होंने गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में भी फैक्ट्री में लूट की घटना को अंजाम दिया था। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें काम कर रही हैैं।
विनीत भटनागर, एसपी सिटी मेरठ