मेरठ। देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की जयंती के मौके पर भाजपा की ओर से बैठक आयोजित की गई। इस मौके पर भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति मोर्चा के क्षेत्रीय कार्यालय प्रभारी अजय दीवान ने बाबू जगजीवन राम की जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने पूर्व उपप्रधानमंत्री को याद कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान अजय दीवान ने बताया कि बाबू जगजीवन राम ने आजीवन अन्याय से समझौता नहीं किया। वह हमेशा शोषितों व वंचितों के सम्मान के लिए संघर्षरत रहे। महात्मा गांधी के साथ में भी बाबू जगजीवन राम ने आजादी की लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने स्वतंत्रता के आंदोलन में अपने राजनीतिक कौशल और दूरदर्शिता का परिचय दिया था। यही वजह रही कि वह राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में आए।
भारत के पहले श्रम मंत्री
उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार के भारत शासन के आखिरी कुछ साल के दौरान जगजीवन राम एक स्वतंत्र नेता के रूप में उभरे और भारत के पहले श्रम मंत्री भी बने। भारतीय संविधान में सामाजिक न्याय का प्रावधान जोडऩे में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। जगजीवन राम ने सन् 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के तनावपूर्ण दिनों के दौरान भारत के रक्षा मंत्री का महत्वपूर्ण पद भी संभाला था। इस युद्ध ने बांग्लादेश को पाकिस्तानी शासन से आज़ादी दिलाई थी। जगजीवन राम ने केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में भी अपनी भूमिका निभाई थी। इस मौके पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बृजपाल सिंह, एडवोकेट महेशचंद, एडवोकेट अमन भारद्वाज, छात्र नेता विकास कलियागढ़ी, विनोदराज, अंकुश आदि मौजूद रहे।