मैकडी, पिज्जा हट जैसी सभी कंपनियों ने टमाटर से बनाई दूरी

रेस्टोरेंट ने भी कम कर दिया है टमाटर का यूज करना

80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुका है टमाटर का रेट

Meerut। कोरोना काल में अब सब्जियों पर भी इसका असर दिखने लगा है, ऐसे में सबसे अधिक यूज किए जाने वाला टमाटर भी अब महंगा हो गया है। यहां तक इसका रेट अब 80 रुपए किलो तक पहुंच चुका है। ऐसे में बीते दिनों से महंगाई के चलते अब मैक्डोनल्ड, पिज्जा हट, केएफसी, डोमिनोज ही नहीं बल्कि रेस्टोरेंट में भी अब बर्गर, पिज्जा में टमाटर का इस्तेमाल कम हो गया है। लोग यह देखकर हैरान हैं कि उनके फेवरिट बर्गर और रैप्स से टमाटर गायब हो चुके हैं। दरअसल, कंपनी ने टमाटर की कोरोना काल में नुकसान होने से खराब फसल आने की बात कहते हुए नॉर्थ और ईस्ट इंडिया के सभी मैकडोनल्ड्स में टमाटर का इस्तेमाल बंद कर दिया है, सेहत के नजरिए से कस्टमर्स इस फैसले को बेहतर बता रहे हैं, लेकिन कुछ कस्टमर इसके पीछे महंगाई को भी राज बता रहे हैं।

हमें बस स्वाद से मतलब

मैकडोनल्ड के शास्त्रीनगर स्थित आउटलेट में मौजूद और शास्त्रीनगर निवासी आरती ने बताया कि कंपनी ने ऐसा कस्टमर की सेहत का ख्याल रखते हुए किया है। यह सही फैसला है। वहीं, कंकरखेड़ा निवासी श्रेया का कहना है कि अगर स्वाद में कोई फर्क नहीं आता है और हमें हेल्दी फूड मिलता है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि रजबन के अंकुर का कहना है कि टमाटर की कीमतों में पहले से काफी फर्क आया है इसलिए कंपनी द्वारा टमाटर को हटाने का एक बड़ा कारण ये महंगाई भी हो सकता है। वहीं शॉपरिक्स में स्थित डोमिनोज के मैनेजर अरुण ने बताया कि टमाटर कोरोना काल के चलते अच्छा नहीं आ रहा है ऐसे में जो अच्छा है वो बहुत ही महंगा है। इससे बजट बिगड़ता है। खराब चीज कस्टमर को खिलाकर सेहत नहीं बिगाड़नी इसलिए हम कम ही यूज कर रहे है। आबूलेन स्थित बर्गर किंग के मैनेजर रोहण का कहना है कि टमाटर थोड़ा महंगा है और सही भी नहीं आ रहा है खराब होने के कारण हम कम यूज कर रहे है। हेल्थ का भी तो ख्याल रखना है न।

कहीं महंगाई तो नहीं कारण

टमाटर की कीमतें हाल ही में काफी तेजी से बढ़ी हैं। एक अनुमान के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले टमाटर की थोक कीमतों में 17 फीसदी उछाल है, जबकि रिटेल में भी टमाटर सामान्य से 20 से 30 रुपये तक महंगा होकर करीब 70 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। मैकडोनल्ड शास्त्रीनगर ब्रांच की मैनेजर मोहिनी का कहना है कि हमारी कंपनी का मेन उद्देश्य कस्टमर को हेल्दी और स्वादिष्ट चीज खिलाना है। इसलिए अपने कस्टमर की सेहत का ख्याल रखते हुए कंपनी ने टमाटर को हटाने का फैसला लिया है।

किचन में तो मजबूरी है

मैकडोनल्ड्स से टमाटर गायब होने का असली कारण चाहे जो भी हो, गृहणियां मानती हैं कि टमाटर महंगा होने के बावजूद घरों की किचन से कभी गायब नहीं हो सकता.महिलाओं का मानना है कि टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसे हर सब्जी में डाला जाता है.इसलिए टमाटर खाना मजबूरी है।