कैसे बनते हैं बेवकूफ

ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नो डाउनपेमेंट, जीरो परसेंट इंटरेस्ट, 12 ईएमआई का लॉलीपोप दिया गया। लेकिन अब हम आपको बताते हैं कि इसके पीछे का खेल क्या है? दरअसल, कुछ इलेक्ट्रोनिक प्रोडक्ट्स और मोबाइल कंपनियों ने अपने महंगे प्रोडक्ट की सेल बढ़ाने के लिए बैंकों के साथ एक बहुत बड़ा गेम प्लान किया। कंपनियों की निजी बैंकों के साथ डील हुई कि वह क्रेडिट कार्ड पर ईएमआई स्कीम लांच करें। प्रोसेसिंग फीस या इंटे्रस्ट भी कस्टमर से नहीं लिया जाएगा। यानी जीरो परसेंट इंट्रेस्ट पर ईएमआई। कस्टमर के लिए आकर्षक योजना और आसान खरीदारी। जिसके तहत प्रोडक्ट कॉस्ट में ही बैंक इंट्रस्ट और प्रोसेसिंग चार्ज शामिल कर लिया गया। खरीदारी के लिए कार्ड स्वैप होगा तो बैंक अपनी प्रोसेसिंग फीस काटकर बाकी रकम संबंधित अकाउंट में ट्रांसफर कर देगा।

सबको फायदा

इस प्लान से सभी को फायदा हुआ। कस्टमर को ईजी ईएमआई पर महंगा प्रोडक्ट मिलने लगा तो बाजार में उसकी मांग बढ़ गई। प्रोडक्ट की मांग बढ़ी तो दुकानदारों का बिजनेस बढ़ा। यही नहीं, कुछ दुकानदार अपने स्तर पर ग्राहकों से एक या दो परसेंट प्रोसेसिंग फीस चार्ज करने लगे। उधर बैंक का न केवल बिजनेस बढ़ा, बल्कि उसके क्रेडिट कार्ड की मांग भी बाजार में बढ़ गई। जिनके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है, वे भी इसे हासिल करने के लिए हाथ-पैर मारने लगे। कुल मिलाकर ऐसा मायाजाल तैयार किया गया, जिसमें कस्टमर का फंसना और कटना तय था।

 

अब भी जारी स्कीम

आरबीआई ने बाजार के इस बड़े गेम को देखते हुए तत्काल प्रभाव से जीरो परसेंट इंट्रेस्ट पर ईएमआई स्कीम बंद करने के निर्देश दिए। इसके बावजूद बाजार में ये स्कीम अभी भी धड़ल्ले से जारी है। जीरो परसेंट स्कीम से मार्केट में बूम क्रिएट करने वाली एक प्रतिष्ठित कंपनी ने तो स्कीम बंद कर दी, लेकिन इसकी सफलता को देखकर इसके पीछे-पीछे ईएमआई स्कीम लांच करने वाली दूसरी कई कंपनियां अभी भी स्कीम चला रही हैं और इनका साथ दे रहे हैैं कई प्राइवेट बैंक।

ये है जरूरत

अगर आप मार्केट से 40 हजार रुपये का मोबाइल क्रेडिट कार्ड से जीरो परसेंट स्कीम के तहत खरीदना चाह रहे हैं, तो आपके कार्ड की लिमिट 40 हजार से ऊपर होनी चाहिए। यानी कार्ड लिमिट से ज्यादा कीमत वाला सामान आप नहीं खरीद सकते हैं। इसमें रिटेलर भी दो प्रतिशत प्रोसेसिंग फी इंस्टालमेंट में जोड़ देगा।

जायजा लिया तो जाना

फेस्टिवल सीजन को देखते हुए आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने बाजार का जायजा लिया और देखा कि 0 परसेंट स्कीम अभी भी क्रेडिट कार्ड पर कुछ प्रोडक्ट पर जारी है। जिसमें ये स्कीम कुछ चुनिंदा मोबाइल प्रोडेक्टस, फ्रीज, टीवी, वाशिंग मशीन और लैपटॉप शामिल हैं।

आवश्यक बातें

- ईएमआई के लॉलीपॉप से बचकर रहें। खरीदारी से पहले प्रोडक्ट की पूरी जांच-पड़ताल करें।

 - क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते वक्त बैंक की प्रोसेसिंग फी की पूरी जानकारी रखें।

- ध्यान रखें, ग्राहकों को फायदा पहुंचाने वाली स्कीम से असल में कंपनी को फायदा होता है।

- बेहतर होगा, ईएमआई की जगह कैश में पेमेंट करें, जिसमें आपको डिस्काउंट भी मिल जाएगा।

- जीरो परसेंट इंट्रेस्ट स्कीम सिर्फ एक भ्रम जाल है, इसका कस्टमर को लाभ नहीं है।

हमारा मानना है कि ग्राहक कैश पेमेंट पर ही सामान खरीदें। कुछ कंपनियां अभी भी स्कीम चला रही हैं।

-राजबीर सिंह, सरदार जी फोंस

कई प्रोडक्ट्स पर जीरो परसेंट स्कीम उपलब्ध है। स्कीम के तहत क्रेडिट कार्ड से एलईडी टीवी खरीदा जा सकता है।

-रवि, बच्चा पार्क पर इलेक्ट्रॉनिक शोरूम

ऑनलाइन पर भी लगता चूना

जीरो परसेंट इंट्रेस्ट पर ईएमआई स्कीम सिर्फ मार्केट में ही मौजूद नहीं है। ऑनलाइन शॉपिंग पर ईएमआई स्कीम मिल रही हैं। इसमें 9 या 12 ईएमआई पर प्रोसेसिंग फी ली जा रही है, जबकि 3 या 6 ईएमआई स्कीम पर कंपनी प्रोडेक्टस प्राइज में ही प्रोसेसिंग फी शामिल कर लेती है। इसका सीधा फायदा प्रॉडक्ट कंपनी और बैंक को होता है।

क्रेडिट कार्ड पर जीरो परसेंट इंट्रेस्ट स्कीम बंद करने को लेकर अभी हमारे पास कोई आरबीआई से निर्देश नहीं आया है।

-अनिल कुमार, चीफ मैनेजर एसबीआई

ये स्कीम चल रही है या नहीं हम कुछ नहीं बता सकते हैं। इसके बारे में आपको मार्केट से ही पता चल पाएगा।

कॉल सेंटर, एचडीएफसी बैंक