अंतिम संस्कार की व्यवस्थाएं बढ़ाने में जुटा हुआ है नगर निगम

नगरायुक्त ने किया श्मशान की जगह के लिए निरीक्षण

सूरजकुंड पर मंगलवार को 30 शवों का अंतिम संस्कार

Meerut। कोविड-19 वायरस संक्रमण के कारण शहर में लगातार बढ़ रही मृत्युदर और श्मशान घाट में जगह की समस्या दूर करने के लिए नगर निगम सूरजकुंड के अलावा कुछ अन्य जगहों पर भी विकल्प की तलाश कर रहा है। इस क्रम में मंगलवार को नगरायुक्त ने दिल्ली रोड स्थित रिठानी श्मशान घाट का निरीक्षण किया। सूरजकुंड घाट में भी मंगलवार से नए चबूतरों का निर्माण शुरू करा दिया गया। नगरायुक्त ने सरस्वती लोक और वन विभाग के डिपो से लकडि़यों की उपलब्धता की व्यवस्था को भी कहा है।

बनने लगे 25 चबूतरे

सूरजकुंड श्मशान घाट पर अव्यवस्थाओं और जगह की कमी को दूर करने के लिए नगरायुक्त मनीष बंसल ने सोमवार को वहां का निरीक्षण कर पार्किग में 25 नए चबूतरे बनाने का आदेश दिया था। मंगलवार को यहां चबूतरों का निर्माण कार्य शुरू हो गया। मंगलवार को नगरायुक्त एक बार फिर सूरजकुंड स्थित श्मशान घाट पहुंचे और निर्माण का निरीक्षण किया। उन्होंने अवर अभियंता (निर्माण) अनुज को 2 दिन में निर्माण कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। साथ ही, क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक को पूरे श्मशान घाट में समुचित सफाई व्यवस्था के निर्देश दिए गए।

रिठानी में व्यवस्था सुधरेगी

नगरायुक्त मनीष बंसल ने दिल्ली रोड स्थित ग्राम रिठानी श्मशानघाट का निरीक्षण भी किया। उन्होंने यहां व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने और सामान्य शवों का अंतिम संस्कार करने के निर्देश दिए। इसके लिए स्थानीय लोगों से अपील करने के लिए सुपरवाइजर को कहा गया, जिससे सूरजकुंड श्मशान घाट पर केवल संक्रमित शवों का ही दहन संस्कार हो सके।

वन विभाग से मिलेगी लकड़ी

सूरजकुंड श्मशान घाट में शवों के संस्कार के लिए अब लकडि़यां की कमी होने लगी है। इस संकट से निपटने के लिए नगरायुक्त ने मंगलवार को दिल्ली रोड स्थित वन विभाग के डिपो पर संपर्क किया। अधिकारियों से बातचीत के आधार पर नगरायुक्त ने बताया कि 28 अप्रैल से सूरजकुंड श्मशान घाट पर दाह संस्कार के लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ी उपलब्ध रहेगी।

30 शवों का अंतिम संस्कार

मंगलवार को सूरजकुंड श्मशान घाट पर आने वाले शवों की संख्या में कुछ कमी से राहत मिली। मंगलवार को सूरजकुंड पर 30 शवों का दहन हुआ इसमें 9 कोरोना संक्रमित शव थे और 21 सामान्य मृत्यु वाले शव।