मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएस यूनिवर्सिटी के अटल सभागार में अर्थशास्त्र विभाग और पाथएस संस्था की ओर से दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। इसका शुभारंभ वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत अर्थशास्त्र विभाग के एचओडी व कार्यक्रम ऑर्गनाइजिंग सेक्रेट्री प्रो.अतवीर सिंह के स्वागत उद्बोधन से की गई। इसके बाद पाथ एस के अध्यक्ष प्रो। टीके कुंडू ने संगोष्ठी के उद्देश्य को बताया। उन्होंने बढ़ती वैश्विक आर्थिक असमानता के प्रभाव को सामाजिक एवं भौतिक पर्यावरण के लिए चुनौती बताया। इसके बाद दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के एचओडी प्रो। सुरेंद्र कुमार ने औद्योगिक नीति में आर्थिक वृद्धि एवं पर्यावरण की स्वतंत्रता पर प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि गरीबी भी हटानी है और पर्यावरण भी बचाना है।

पर्यावरण संरक्षण पर की चर्चा
इस मौके पर सीसीएसयू के पूर्व वीसी एनके तनेजा ने सरकार की पर्यावरण सरंक्षण की सीमाओं की चर्चा की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में एनजीओ एवं जन भागीदारी जरूरी है। उन्होंने वैश्विक स्तर पर राजनीतिक एवं सामाजिक पहल करने की जरूरत पर जोर दिया।

पृथ्वी पर ही जीवन संभव
कॉपहेगन बिजनेस स्कूल ऑफ डेनमार्क की प्रो। आराधना अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में नॉर्डिक क्षेत्र में विश्व के सबसे उत्तम पर्यावरण संरक्षण के समाधानों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी ही पहल की जरूरत है। दो दिवसीय कार्यक्रम की अध्यक्षता सीसीएसयू की वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने की। उन्होंने कहा कि पृथ्वी ही एकमात्र जीवन उपयोगी ग्रह है। बेहतर भविष्य के लिए इसे संरक्षित करना होगा। समापन समारोह में प्रो। सुरेंद्र मोर ,सचिव पाथ एस ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर प्रो.संजीव शर्मा, प्रो। वीरपाल सिंह, प्रो। संजीव कुमार, प्रो। रविंद्र शर्मा, डॉ। रवि राज, डॉ। भवनीत बत्रा, मनीष राणा सहित कई स्कॉलर स्टूडेंट्स मौजूद रहे।