किशोरों की फरारी में जानबूझकर लापरवाही बरतने का आरोप किया तय

लखनऊ जाने से पहले डीपीओ को आदेश जारी कर गए विशेष सचिव

meerut@inext.co.in Meerut: सूरजकुंड स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) के निलंबित सहायक अधीक्षक छोटे लाल के साथ ही गृह के दोनों केयर टेकरों पर अब किशोरों की फरारी की घटना के बाद अपराधिक मामला दर्ज होगा। लखनऊ लौटने से पूर्व विशेष सचिव महिला कल्याण शिवाकांत द्विवेदी जिला प्रोबेशन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह को आदेश जारी कर गए हैं।

क्या है मामला

सूत्रों के अनुसार संप्रेक्षण गृह से रविवार की रात 9क् किशोरों के फरार होने की घटना के बारे में डीएम पंकज यादव ने भी अपनी रिपोर्ट दे दी है। दो फरवरी को अपनी रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया है कि मामले में सहायक अधीक्षक छोटे लाल ने घोर लापरवाही बरती। वह घटना के समय गृह के आवास में नहीं थे। साथ ही चिन्हित निवास कक्ष में स्टोर रूम बना दिया गया था। इसके अलावा वह घटना के समय भी उपस्थित नहीं थे। उन्होंने निरीक्षण आदि के बाद यह माना कि यदि सहायक अधीक्षक अपने निर्धारित आवास में होते तो गृह से 9क् किशोरों के फरार होने की घटना रूक सकती थी। ऐसे में यह माना है कि छोटे लाल ने जानबूझकर अपराधिक कार्य किया है। इसके अलावा पूर्व जिला प्रोबेशन अधिकारी यतेंद्र कुमार ने भी गत ख्ब् सितम्बर को छोटे लाल को संप्रेक्षण गृह में ही निवास करने के आदेश दिए थे। इसके बावजूद उनके द्वारा जानबूझकर लापरवाही की गई है। इस कारण ही किशोर उक्त घटना को अंजाम दे सके। केयर टेकर हरिश्याम गुप्ता और प्रकाश चंद मौके पर तो जरूर रहे, लेकिन उन्होंने भी इस मामले में लापरवाही की। उनकी लापरवाही को भी अपराध की श्रेणी में माना गया है। बुधवार को लखनऊ जाने से पूर्व विशेष सचिव द्विवेदी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह को यह आदेश दिए हैं कि वह निलंबित सहायक अधीक्षक छोटे लाल के साथ केयर टेकर हरिश्याम गुप्ता एवं प्रकाश चंद के खिलाफ भी अपराधिक मामला दर्ज कराएं। इसकी रिपोर्ट भी तलब की है। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने तीनों के खिलाफ ही अपराधिक मामला दर्ज कराने के आदेश की पुष्टि की है।