18 टन का कैप्सूल व 100 सिलेंडर का जनरेशन प्लांट बनेगा, महीने भर में चालू हो जाएंगे दोनों प्लांट

Meerut। कोरोना के दौर में अस्पतालों में ऑक्सीजन का भयावह संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में कई अस्पतालों ने कैंपस में प्लांट लगाने पर फोकस किया है। आनंद अस्पताल में एक तरल गैस आधारित फिलिंग प्लांट व एक जनरेशन प्लांट लगाया जाएगा। माहभर में दोनों प्लांट चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। उधर, आपात स्थिति देखते हुए प्रशासन ने औपचारिकताओं को तेजी से निस्तारित करने का संदेश दिया है।

320 सिलेंडरों की जरूरत

अस्पताल में 175 बेड हैं, जिस पर 153 मरीजों का इलाज चल रहा है। अस्पताल के मैनेजर मुनेश पंडित ने बताया कि रोजाना 320 ऑक्सीजन सिलेंडरों की जरूरत पड़ रही है। पिछले 15 दिनों से ऑक्सीजन आपूíत को लेकर हाहाकार मचा है। पिछले सप्ताह से आपूर्ति में थोड़ा सुधार जरूर हुआ है, लेकिन ऑक्सीजन नियमित रूप से समान मात्रा में नहीं मिल पा रही है। अस्पताल की प्रबंधन कमेटी ने 18 टन का कैप्सूल और रोजाना 100 सिलेंडर भरने वाली क्षमता का जनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय किया है। तरल गैस आपूर्ति के लिए अस्पताल प्रशासन इनोक्स से बात कर रहा है, जबकि छत पर जनरेशल प्लांट लगाने की योजना है। यह प्लांट हवा से नाइट्रोजन अलग कर आक्सीजन बनाएगा, और रोजाना 100 सिलेंडरों की आपात व्यवस्था परिसर में हो जाएगी। बता दें कि निजी अस्पतालों में सिर्फ आर्यवर्त में ऑक्सीजन का कैप्सूल है, जहां कभी ऑक्सीजन का संकट नहीं रहा। एनसीआर मेडिकल कॉलेज में भी हवा से ऑक्सीजन बनाने वाले प्लांट लगाए गए हैं।