वादे से संतुष्ट होकर किसानों ने समाप्त किया धरना

तकनीकी टीम ने किया सर्वे, जल्द बनेगा प्रस्ताव

Meerut। परतापुर-बराल रोड के नजदीक आठ गांवों के लिए भूमिगत अंडरपास बनाया जाएगा। इस आश्वासन से संतुष्ट किसानों ने पांच दिन से चला आ रहा धरना समाप्त कर दिया है। इसके साथ ही परतापुर तिराहे पर इंटरचेंज का काम शुरू हो गया है।

विधायक ने दिया विकल्प

बुधवार को किसान नेता विशाल चौधरी के परतापुर स्थित आवास पर विधायक सोमेंद्र तोमर की अध्यक्षता में किसानों और प्रशासन की बैठक हुई। एडीएम (भूमि अध्याप्ति) सुल्तान अशरफ सिद्दीकी, एसडीएम संदीप भागिया, एनएचएआइ के प्रोजेक्ट मैनेजर अर¨वद कुमार व एक्सप्रेस-वे की कार्यदायी कंपनी जीआर इंफ्रा लिमिटेड के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज बैरवा मौजूद रहे। किसानों की मांग थी कि तिराहे पर अंडरपास के नजदीक पिलर पर आधारित एक पुल या अडंरपास बनाया जाए। तकनीकी टीम ने इसे खारिज कर दिया। टीम का कहना था कि इससे दुर्घटनाएं बढ़ेंगी। दिल्ली व डासना की ओर से आने वाले वाहन परतापुर की ओर से जाने वाले वाहनों से टकराने का अंदेशा रहेगा। इस पर विधायक ने भूमिगत अंडरपास का विकल्प रखा।

कंपनी ने दी सहमति

एनएचएआइ व कंपनी की तकनीकी टीम ने इस प्रस्ताव पर सहमति दे दी। सर्वे के बाद इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई। देहरादून बाईपास पर ही सर्विस रोड बनाकर परतापुर गांव की तरफ के वाहन बाईपास पर आ सकेंगे। यह भूमिगत अंडरपास बराल गांव के रास्ते से थोड़ा हटकर बनेगा। इस प्रस्ताव एनएचएआइ ने उचित बताया तो विधायक ने किसानों से फिर से बात की। विधायक ने यह भी आश्वासन दिया कि केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार है। सांसद के सहयोग से इस भूमिगत अंडरपास को स्वीकृति दिला देंगे। इस पर किसान मान गए और धरना समाप्त कर दिया। किसानों में विशाल चौधरी, विजय पाल सिंह घोपला, इलम सिंह आदि मौजूद रहे। विधायक ने कहा कि स्वीकृति के लिए जल्द ही प्रस्ताव तैयार कराया जाएगा।