Meerut: यूपी बोर्ड की हाईस्‍कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम घोषित। मेरठ में 12वीं का रिजल्ट 85.86 प्रतिशत, 92.53 प्रतिशत लड़कियां और 81.24 प्रतिशत लड़के पास। जिले में 10वीं का रिजल्ट 90.34 प्रतिशत, 96.06 प्रतिशत लड़कियां, 85.93 प्रतिशत लड़के पास। हाईस्कूल में दिगंबर जैन कॉलेज की अंशु यादव 92.67 प्रतिशत मार्क्‍स के साथ जिला टॉपर इंटर में श्री सनातन धर्म कन्या इंटर कॉलेज बुढ़ाना गेट की आयुषी ने किया टॉप, मिले 88.80 प्रतिशत अंक।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड का दसवीं और 12वीं का रिजल्ट आज जारी हो गया। दोपहर करीब 12 बजे रिजल्ट घोषित किया गया। स्टूडेंट्स यूपी बोर्ड की वेबसाइट upmsp.edu.in, upresults.nic.in और upmspresults.up.nic.in पर अपने रिजल्टस देख सकते हैं डीआइओएस गिरजेश कुमार चौधरी ने बताया कि विभाग की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है। सभी स्कूलों को कोरोना वायरस के बचाव के लिए आई गाइडलाइंस फॉलो करने के निर्देश दिए गए हैं।

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फैक्ट फाइल

101 सेंटर्स पर मेरठ में आयोजित हुई थी परीक्षाएं

86607 स्टूडेंट्स जिले में परीक्षा के लिए रजिस्टर्ड थे।

43499 स्टूडेंट्स 10वीं के परीक्षा में रजिस्टर्ड थे, इसमें 3250 एबसेंट रहे।

43108 स्टूडेंट्स 12वीं के परीक्षा में रजिस्टर्ड थे। इसमें 2870 एबसेंट रहे।

10वीं की परीक्षाएं 18 फरवरी से 3 मार्च 2020 तक आयोजित हुई।

12वीं की परीक्षाएं 18 फरवरी से 06 मार्च 2020 तक आयोजित हुई ।

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ऐसे देख सकते हैं रिजल्ट

स्टेप 1 upmsp.edu.in पर जाएं लिंक पर क्लिक कर खोलें

स्टेप 2 यूपी बोर्ड 10 वीं रिजल्ट- 2020 या 12 वीं रिजल्ट 2020 पर क्लिक करें।

स्टेप-3 : अपना रोल नंबर और स्कूल कोड डालकर किल्क करें

स्टेप- 4 : स्क्रीन पर अपना यूपी बोर्ड परिणाम 2020 देखें

स्टेप- 5 : अपना यूपी बोर्ड रिजल्ट 2020 डाउनलोड करें

स्कूलों को दिए निर्देश

कोरोना काल में सभी पुरानी परंपराएं बदल गई हैं। इस बार रिजल्ट देखने को लेकर भी तमाम बदलाव किए गए हैं। स्कूलों को जहां कोविड-19 की सभी पूरी गाइडलाइन फॉलो करने के लिए कहा गया है वहीं बच्चों को भी ऑनलाइन ही रिजल्ट देखने की अपील की जा रही है।

स्कूल में सोशल डिस्टेंस रखकर रिजल्ट देखने के लिए टीचर्स को बुलाया गया है। वहीं अधिकतर बच्चों से अपील की गई हैं कि वह मोबाइल या ऑनलाइन ही रिजल्ट देखें।

नीरा तोमर, प्रिंसिपल, श्री मल्हू सिंह आर्या इंटर कॉलेज

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अगर स्कूल से कोई मेरिट में आता है या टॉप करता है तो उसको हमने फोन कर बुलाने के लिए कहा है। अधिकतर बच्चों से यही कहा गया है कि मोबाइल पर ही रिजल्ट देखें।

सुदीप शर्मा, प्रिंसिपल, एसडी सदर

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हमने पूरी कोशिश की है कि इस बार कम से कम बच्चे स्कूल आएं। सभी को इंटरनेट के जिरए ऑनलाइन रिजल्ट देखने के लिए कहा है। टीचर्स बच्चों को फोन पर रिजल्ट बताएंगे

सुखनंदन त्यागी, प्रिंसिपल, राम सहाय इंटर कॉलेज

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ये है गाइडलाइन

स्कूलों में सोश्ल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा।

- मास्क, सेनेटाइजर का प्रयोग होगा।

- भीड एकत्र नहीं होने दी जाएगी।

- अगर किसी बच्चे को रिजल्ट देखने में समस्या आ रही है तो मोबाइल पर स्कूल जानकारी दे।

- बच्चे ऑनलाइन ही रिजल्ट देखें।

- अगर स्कूल में बच्चों की ग्रुप फोटो करवाए जाते हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क होना जरूरी है।

-स्कूल अपने स्तर से व्यवस्था करेंगे।

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मन में न पाले डर, जैसा हो रिजल्ट अपनाएं

यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट को लेकर जहाें ब्च्चों के मन में धक-धक होनी शुरु हो गई है वहीं पेरेंट्स भी परेशान है। ऐसे में एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि पढ़ाई की इस सीढ़ी को पार करते वक्त यह देखना बेहद जरूरी है कि बच्चा रिजल्ट को लेकर टेंशन या डिप्रेश्न में न आ जाए। पेरेंट्स बच्चों के ऊपर दबाव न बनाएं। ध्यान रखिए, जिंदगी नंबरों से बहुत बड़ी है। रिजल्ट का काउंटडाउन शुरू होते ही बच्चे एक अजीब बेचैनी से घिर जाते हैं। यह काफी नाजुक दौर होता है। ऐसे में अच्छा या खराब जैसा भी परिणाम आए, दोनों स्थितियों में बच्चों का स्वागत करें।

ये करें पेरेंट्स

- रिजल्ट जो भी हो, लेकिन बच्चों पर रिजल्ट को लेकर दवाब न बनाएं। बल्कि समझाएं कि आप उनके किसी भी बुरे वक्त में साथ हैं।

- कभी भी रिजल्ट को प्रतिष्ठा से न जोड़ें।

- रिजल्ट जैसा भी हो उसे स्वीकार करें और बच्चे को भी कहें कि वह आगे और मेहनत करे।

- अगर बच्चे की कोई गतिविधि अजीब लग रही है तो तत्काल ध्यान दें और काउंसलर से संपर्क करें।

-रिजल्ट खराब आने पर खुद ही दुलारकर बच्चे की काउंसिलिंग करें और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।

-असफल लोगों ने नई मंजिलें गढ़ी हैं, बच्चों को उनकी छुपी हुई क्षमता का अहसास कराएं।

रिजल्ट को लेकर एक्सेसिव टेंशन खतरनाक है। बच्चे ब्लैकआउट हो सकते हैं। परेंट्स और फैमिली को चाहिए कि वह बच्चों को सपोर्ट करें। अपनी असुरक्षा को बच्चों पर न लादें।

डॉ। पूनम देवदत्त, काउंसलर