मेरठ, (ब्यूरो)। यूपी बोर्ड के एग्जाम को लेकर तैयारियां चल रही हैैं। हाईस्कूल व इंटर की 2022 की परीक्षाओं के लिए केंद्रों का निर्धारण कार्य चल रहा है। इसके लिए पिछले साल की केंद्रों की सूची का भी मिलान किया जा रहा है। जियो लोकेशन एप पर स्कूलों द्वारा भी अपने नाम व पूरी लोकेशन ऑनलाइन अपलोड की गई है। स्कूलों की जियो लोकेशन अपलोड होने के बाद अब डीआईओएस कार्यालय व मुख्यालय द्वारा मिलान करने पर पिछले साल व इस साल के सेम स्कूलों की लोकेशन में गड़बड़ी मिल रही है। इस कारण से स्टूडेंट्स के केंद्र निर्धारण में भी बड़ी गलती हो सकती है। पिछले साल की जियो लोकेशन से तुलना करने पर अब पांच सौ से 900 मीटर तक की दूरी का अंतर पाया गया है।

सही रुप से निर्धारण
एग्जाम के लिए केंद्रों का निर्धारण में जियो लोकेशन की बहुत अहम भूमिका होती है। गल्र्स व ब्वॉयज की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र की अधिकतम दूरी पांच और दस किमी दूर तय की जाती है। जियो लोकेशन से स्कूल के बीच की दूरी का निर्धारण होता है। मगर इस एप के जरिए तो गलत जानकारी के चलते स्टूडेंट्स को गलत केंद्र मिल सकते है या तो वो उनसे बहुत दूर हो सकते है या फिर उनकी लोकेशन के पास भी हो सकते है। जिससे उनका ही नुकसान होगा। इसको लेकर अब डीआईओएस ने सभी स्कूलों को केंद्रों की लोकेशन सही करने के लिए दो दिनों का समय दिया है। अगर इसके बाद भी लोकेशन सही नहीं होती है तो संबंधित कार्रवाई होगी। वहीं लोकेशन सही होने के बाद ही केंद्रों की सूची फाइनल हो पाएगी।

लोकेशन गलत की जानकारी मिली है, इसका मिलान किया गया तो 400 करीब स्कूलों में करीब 60 से 70 स्कूलों की लोकेशन गलत है। स्कूलों को लोकेशन सही करने के लिए 16 दिसंबर तक का समय दिया गया है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो संबंधित पर कार्रवाई होगी।
गिरजेश कुमार चौधरी, डीआईओएस