मेरठ ब्यूरो। मेरठ में महापौर और पार्षदों के शपथ ग्रहण के दौरान जमकर हंगामा हो गया। एआईएमआईएम पार्षदों के वंदे मातरम न गाने पर बीजेपी पार्षदों ने जमकर मारपीट की। यहीं नहीं, शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हंगामा हुआ। आरोप है कि वार्ड 75 के एआइएमआइएम की पार्षद रेशमा के पति दिलशाद सैफी उस वक्त खड़े नहीं हुए जब वंदे मातरम का गायन हो रहा था। बस इसी बात पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। बीजेपी के पार्षद राजीव काले और उत्तम सैनी मारपीट शुरू कर दी।
डीएम ने समझाने की कोशिश की
सीसीएसयू के प्रेक्षागृह में हंगामा बढ़ता देखकर एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं को बाहर निकाला गया। इस पर एआइएमआइएम व मुस्लिम लीग के पार्षदों ने शपथ ग्रहण कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया। हालांकि, मामला बढऩे पर डीएम दीपक मीणा ने उन्हें समझाने की कोशिश की। एआइएमआइएम के पार्षद अफजाल की तरफ से मेडिकल थाने में तहरीर दी गई। इसमें बीजेपी के चार पार्षद राजीव काले, उत्तम सैनी, पंकज कतीरा व कविता राही के खिलाफ केस दर्ज किया गया। वहीं, पुलिस ने राजीव काले व उत्तम सैनी को हिरासत में ले लिया है।
नहीं गाया वंदेमातरम
नगर निगम के लिपिक ने वंदे मातरम का गायन शुरू किया। प्रथम तीन लाइनों के बाद वंदे मातरम का बेतरतीब और गलत ढंग से गायन कराने लगे। इस बीच तक लोग शांत खड़े रहे लिपिक की ओर से जैसे ही वंदेमातरम का समापन किया गया वैसे ही हंगामा शुरू हो गया। दोबारा वंदेमातरम के गायन की मांग करने लगे। तभी राज्यसभा सदस्य डा। लक्ष्मीकांत बाजपेयी गुस्से में पोडियम की तरफ बढ़े। सांसद राजेंद्र अग्रवाल भी पोडियम पर पहुंच गए। इन दोनों ने पोडियम से स्वयं वंदेमातरम गायन शुरू किया। जिस पर फिर से सभी लोग खड़े हुए।
पांच पार्षदों का शपथ से बहिष्कार
हंगामे के एआइएमआइएम के चार पार्षद वार्ड 71 दक्षिणी इस्लामाबाद से फजल करीम, वार्ड 82 फखरुद्दीन अली अहमदनगर पूर्वी से ताहिर अली, वार्ड 72 पूर्वी इस्लामाबाद से शाहिद और वार्ड 81 तारापुरी से गुड्डी अफजाल और मुस्लिम लीग से वार्ड 83 फखरुद्दीन अली अहमद नगर पश्चिमी प्रथम से पार्षद रिजवान अंसारी ने शपथ का बहिष्कार कर दिया। अधिकारियों ने इन्हें समझाने की कोशिश की। लेकिन ये मारपीट करने वालों के खिलाफ मुकदमा लिखे बिना शपथ लेने को तैयार नहीं हुए। एआइएमआइएम के जिलाध्यक्ष फहीम ने कहा कि मुकदमा दर्ज होने के बाद दोपहर तीन बजे नगर आयुक्त से बात की थी। शपथ लेने को पार्षद तैयार थे। लेकिन उन्होंने महापौर से बात करने को कहा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि महापौर अगर शपथ नहीं दिलाते हैं तो कोर्ट का रास्ता चुना जाएगा। हालांकि हंगामे के बाद एआइएमआइएम के सात पार्षदों ने शपथ ली है।
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