'आप' जिलाध्यक्ष ने मौके पर पहुंचकर दिया बेमियादी धरने को समर्थन

गांवों में जनसंपर्क कर किसानों को जोड़ने का भी किया आह्वान

Meerut। कृषि कानूनों के विरोध में गाजीपुर बार्डर पर भारतीय किसान यूनियन का आंदोजन जारी है तो वहीं, मेरठ में सिवाया टोल पर लगातार छठे दिन सोमवार को भी बेमियादी धरना-प्रदर्शन जारी रहा। धरने पर बैठे भाकियू कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करने के लिए राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के पुत्र चरण सिंह टिकैत सोमवार को सिवाया टोल उनके बीच पहुंचे। शुक्रवार को धरने का संचालन नरेश चौधरी ने किया। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार कृषि कानूनों की वापसी व न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारंटी नहीं देती है। तब तक आंदोलन जारी रहेगा। धरने का नेतृत्व कर रहे संजय दौरालिया ने बताया कि आंदोलन को मजबूत करने के लिए आसपास के कई गांवों में किसानों से जनसंपर्क किया जा रहा है। मुख्य रूप से संजय दौरालिया, जितेंद्र चिरौड़ी, जगशोरण, मेहराज, गजेंद्र टांडा, प्रदीप चौधरी, अरुण त्यागी, मयंक, सुधीर बालियान, महेश व सुभाष आदि मौजूद रहे।

आप नेता के चिकित्सक भाई को नजरबंद करने पर उबाल

नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे भारतीय किसान यूनियन के आंदोलन को समर्थन देने के लिए आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी सोमवार को सिवाया टोल प्लाजा पहुंचे। इससे पहले गंगानगर पुलिस ने रविवार देर रात उनके चिकित्सक भाई को घर से हिरासत में लेकर थाने में नजरबंद कर दिया। कुछ दिन पूर्व ही चिकित्सक कोविड से उबरे थे। सोमवार को आप पदाधिकारियों और व्यापारी नेताओं ने उत्पीड़न का आरोप लगाया तो पुलिस बैकफुट पर आ गई। चिकित्सक को 14 घंटे बाद थाने से छोड़ा गया। छोड़ने से पहले गंगानगर पुलिस ने डॉ। विकास से एक पत्र लिखवाया। इसमें लिखा है कि हिरासत के दौरान पुलिस ने उनके साथ कोई दु‌र्व्यवहार नहीं किया है।

चिकित्सक के साथ अपराधी जैसा रवैया क्यों: विपुल ¨सघल

'मेरा शहर मेरी पहल' के सदस्य व व्यापारी नेता विपुल ¨सघल के नेतृत्व में जिलाध्यक्ष के परिजन सोमवार दोपहर गंगानगर थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जिस तरह डॉ। विकास चौधरी को घर से उठाया है। यह तरीका बिल्कुल गलत है। वह कोविड से ठीक होकर कुछ दिन पहले ही घर लौटे थे। उनकी शारीरिक स्थिति अभी काफी कमजोर है। सवाल उठाया कि ऐसी स्थिति में एक चिकित्सक को देर रात दबिश देकर घर से अपराधी की तरह हिरासत में लेकर थाने में लाना कहां तक उचित है। उन्होंने पुलिस से सवाल किया कि अंकुश राजनीति से जुड़े हैं, इसमें उनके भाई का क्या दोष है।