-दो घंटे इक्कीस मिनट में विजेता ने पूरी की दौड़

-जाट रेजीमेंट के सत्यभान आए दूसरे नंबर पर

-हॉफ मैराथन में हैदराबाद में तैनात आर्मी के विलप्पा ने मारी बाजी

Meerut: मेरा शहर मेरी पहल व प्रशासन की ओर से आयोजित मेरठ मैराथन को बनारस के संतोष ने दो घंटे 21 मिनट में पूरा कर जीता। वहीं दूसरे नंबर पर सत्यभान रहे और तीसरे नंबर पर अरविंद कुमार रहे। उधर हॉफ मैराथन में विलप्पा ने बाजी मारी।

धावकों पर पैसों की वर्षा

रविवार को कैंट स्थित कुलवंत स्टेडियम में सुबह पांच बजे से पहले ही धावक पहुंचने शुरू हो गए थे। साढ़े पांच बजे सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने 42.195 किमी मैराथन को फ्लैग दिखाकर रवाना किया। वाराणसी के संतोष कुमार ने दो घंटे इक्कीस मिनट में पूरा कर मैराथन जीती। दूसरे व तीसरे स्थान पर क्रमश: सत्यभान और अरविंद कुमार यादव रहे। चौथे स्थान पर पंकज ढाका व सुनील कुमार पांचवे स्थान पर रहे। विनर को दो लाख, दूसरे स्थान पर रहने वाले को एक लाख पचास हजार व तीसरे स्थान पर रहने वाले को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया। चौथे व पांचवे स्थान के धावकों को 75 और 50 हजार रुपये देकर सम्मानित किया गया।

हॉफ मैराथन में विलप्पा रहे विनर

हॉफ मैराथन पर सेना के जवानों का कब्जा रहा। पहले स्थान पर हैदराबाद निवासी आर्मी के जवान विलप्पा सबसे पहले दौड़ पूरी की। वहीं दूसरे स्थान पर नरसिंहपुर से प्रवेश सैनी रहे तो तीसरे स्थान पर हैदराबाद के राकेश कुमार रहे।

ड्रीम रन, यूथरन व लेडीज रन की घोषणा बाद में

ड्रीम रन, यूथ रन और लेडीज रन की परिणामों की घोषणा बाद में की जाएगी। आयोजकों ने सभी को प्रमाण पत्र देने की घोषणा की। तकनीकी परीक्षण के बाद इनके विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।

मुंबई से आया धावक

मैराथन में दौड़ने के लिए बॉम्बे से भी धावक आए थे। मेरठ के रहने वाले व मुंबई में जॉब करने वाले सुमित रस्तौगी शनिवार को ही मेरठ पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि मैराथन में दौड़ने के लिए वह एक माह से प्रैक्टिस कर रहे थे।

बुजुर्गो में दिखा जोश

रविवार को मैराथन में दौड़ने के लिए बुजुर्गो में जोश देखने को मिला। नंगलाताशी गांव से आए 70 वर्षीय विरेंद्र सिंह का जोश देखने लायक था। उन्होंने हॉफ मैराथन में हिस्सा लिया। वहीं 118 वर्षीय धर्मपाल सिंह गुर्जर में मैराथन में हिस्सा लेने के लिए मेरठ पहुंचे थे।