मेरठ, (ब्यूरो)। वीसी ने सभी को बोल दिया है कि इस बार का नैक निरीक्षण नई शिक्षा नीति के अनुसार ही होगा। इसको लेकर पूरी तैयारी कर लें। इसके अनुसार ही नियमों को लागू करते हुए जो कमियां है उनको सभी कॉलेज विभाग अपने स्तरों पर दूर करें। यूूनिवर्सिटी को भी ए-ग्रेड दिलाने में कॉलेजों व विभागों को पूरी मदद करनी होगी। इसलिए प्रो। शुक्ला ने सभी कॉलेजों व विभागों से अपील कि है कि वो इस बाबत योगदान दें।

क्षमताओं को बाहर निकालें
उनके अनुसार यूनिवर्सिटी में रिसर्च, एडमिशन, इनोवेशन और पेटेंट पर काम करेंगे उनके अनुसार हर स्टूडेंट में अलग क्षमताएं होती है। हमारा काम यही है कि इन क्षमताओं को बाहर निकालें। स्टूडेंट को सही रास्ता तैयार कर के दें वहीं स्टूडेंट्स को सबसे अधिक किस चीज की मांग है इस पर भी ध्यान दिया जाए।

पेरेंट्स से करें संपर्क
वीसी प्रो। शुक्ला ने कहा है कि कॉलेजों व टीचर्स को स्टूडेंट्स के पेरेंट्स से भी मुलाकात करनी होगी। इसके लिए कॉलेज प्रयास करें कि अपने यहां साल में समय-समय पर पेरेंट्स के साथ भी मीटिंग करें। ताकि उनके सुझाव लिए जाए और उसके अनुसार कॉलेज अपने यहां पर बदलाव कर सकें। इससे बहुत फायदा होगा। वीसी प्रो। शुक्ला के अनुसार अगर हम पेरेंट्स, स्टूडेंट्स व टीचर सभी परिवार की तरह रहे तो आपस में मिलकर बहुत सारी समस्याएं दूर होंगी व बेहतर सुविधाएं व बेहतर प्रयासों से रिजल्ट भी बेहतर आएगा।