आम लोगों के बजाए महंगाई का निवाला बन रहीं सब्जियां

आलू के बाद अब बढ़े प्याज के दाम

100 रूपए के पार हो जाएगा प्याज का दाम दिवाली तक

30 से 40 रुपए प्रति किलो बिकता था प्याज नवरात्र से पहले

80 से 100 रुपए के बीच में पहुंच गए हैं प्याज के दाम

महाराष्ट्र, गुजरात में फसल बर्बाद होने से बढ़ रहे दाम

प्याज के साथ ही आलू के दामों में भी आई तेजी

15 से 20 ट्रक रोजाना आते थे नवीन मंडी में

3 से 4 ट्रक ही रोज आ रहे हैं इन दिनों

Meerut। नवरात्र में प्याज की मांग कम होने के बावजूद इसके भाव रोजाना बढ़ रहे हैं। हालत यह है कि नवरात्र से पहले 30 से 40 रुपए प्रति किलो बिकने वाली प्याज अब 80 से 100 रुपए के बीच में पहुंच गया है। आढ़तियों की मानें तो प्याज के दाम में नवरात्र बाद से शुरु होने वाली तेजी दीपावली के बाद तक जारी रहेगी। क्योंकि महाराष्ट्र, गुजरात में फसल बर्बाद होने की वजह से दाम में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। प्याज के साथ ही आलू के दामों में भी तेजी अभी जारी रहेगी।

आवक कम होने से बढ़ रहे दाम

दरअसल नवीन मंडी में कई आढ़ती ऐसे हैं, जिनके यहां प्याज के रोजाना 15 से 20 ट्रक आया करते थे। लेकिन आवक कम होने के कारण अब उनकी आढ़त पर तीन से चार ट्रक प्याज आ रहा है। आढ़तियों ने बताया कि आवक कम होने से नवरात्र में प्याज की मांग में 20 फीसद गिरावट के बावजूद आपूíत पूरी नहीं हो सकी है, जिससे दाम बढ़ रहे है।

अभी बढ़ेंगे दाम

मंडी के आढ़तियों की मानें तो प्याज की आवक में कमी के कारण दशहरा के बाद प्याज 100 रुपये प्रति किलो के भाव पर पहुंच सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि प्याज की नई फसल आने में अभी करीब महीने भर का वक्त है और पुराना स्टॉक खत्म होने के कगार पर है। यही वजह है कि कल देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव, नासिक में प्याज की थोक कीमत 7800 रुपये प्रति क्विंटल के पार चली गई है। यह प्याज यदि मेरठ तक आएगी तो उसके ऊपर प्रति किलो 5-6 रुपये का भाड़ा जुड जाएगा। मतलब जब यहां होलसेलर के पास ही प्याज 84 रुपये किलो की दर से आएगा तो रिटेल में तो इसकी कीमत 100 के पार पहुंचना तय है।

मानसून ने बिगाड़ी प्याज की चाल

इस साल मानसून के बाद भी होने वाली बेमौसम की बारिश ने प्याज की फसल को बिगाड़ दिया है। इस बारिश की वजह से महाराष्ट्र ही नहीं, कर्नाटक में भी प्याज की फसल खराब हो गई है। कुछ दिन पहले भी वहां भारी बारिश हुई है। इससे भी खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है। इस कारण से अभी तक कर्नाटक की नई फसल बाजार में भरपूर मात्रा में आ जाती और प्याज का दाम सामान्य रहता।

कर्नाटक भेजा जा रहा आलू

मंडी में आलू का थोक भाव 32 से 40 रुपये के बीच है। जबकि खुदरा में आलू 45 से 50 रुपये किलो तक बिक रहा है। मंडी के आढतियों की मानें तो इस महीने में पिछले साल तक कर्नाटक और मध्य प्रदेश से काफी मात्रा में आलू मंडी में आया करता था। इस बार स्थिति एकदम उलट है। कर्नाटक से आलू नहीं आ रहा, वहां आलू भेजा जा रहा है। इस कारण से मेरठ से लेकर दिल्ली तक आलू के दाम में इजाफा हो रहा है।

अभी बाजार में आढतियों के पास पुराना स्टॉक मौजूद है ऐसे में प्याज के दाम अभी कुछ दिन तक प्याज के दाम में गिरावट रहेगी। क्योंकि नवरात्र में प्याज कम बिकी उनको निकालना जरुरी है वरना पुराना स्टॉक खराब हो जाएगा। लेकिन महाराष्ट्र व अन्य प्रदेशों में बारिश के कारण फसल खराब होने से नई प्याज की आवक काफी कम है। इसका असर अब दीपावली के आसपास बाजार पर देखने को मिलेगा प्याज तब मंहगी रहेगी।

भूषण शर्मा, अध्यक्ष नवीन सब्जी मंडी

महाराष्ट्र में खरीफ के मौसम में होने वाली प्याज की फसल अब तक बाजार में आ जाती, लेकिन देरी से बुवाई होने की वजह से यह अगले महीने के मध्य तक बाजार में आएगी। यही स्थिति मध्य प्रदेश में भी है वहां तो 15 दिन की और देरी हो सकती है। ऐसे में प्याज की नई फसल के लिए दिसंबर तक का इंतजार करना पड़ सकता है तब तक दाम में इजाफा जारी रहेगा।

विजेंद्र सैनी, महामंत्री नवीन सब्जी मंडी

मंडी में प्याज की आवक काफी कम है रोजाना बहुत कम ट्रक अनलोड हो रहे हैं। नासिक की प्याज की आवक तो काफी हद तक खत्म हो गई है। ऐसे मे फुटकर में प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।

अर्जुन सोनवाल, लालकुर्ती सब्जी मंडी