मेरठ ब्यूरो। कोरोना संक्रमण के दौरान तीन साल पहले थमा मेरठ खुर्जा पैसेंजर का सफर लगातार लंबा होता जा रहा है। तीन साल से इस ट्रैनों को शुरु करने के लिए ना तो रेलवे प्रबंधन की तरफ से कवायद हो रही है और ना ही अपडेट दिया जा रहा है की कब तक इस प्रमुख पैसेंजर ट्रैन का संचालन शुुरु हो सकेगा। कुल मिलाकर खुर्जा पैसेंजर का संचालन ना होने से दैनिक यात्रियों की परेशानी लगातार बढ़ती ही जा रही है।
मात्र एक ट्रैन का संचालन
गौरतलब है कि मेरठ से हापुड, खुर्जा जाने के लिए दैनिक पैसेंजर ट्रैन मेरठ खुर्जा पैसेंजर का संचालन तीन साल पहले कोरोना काल में बंद कर दिया गया था। उससे पहले मेरठ से खुर्जा के लिए तीन अप और तीन ट्रेन डाउन में संचालित होती थी। अब फिलहाल केवल एक पैसेंजर ट्रेन का संचालन होगा। जो सुबह के समय मेरठ से चलकर 9.25 पर खुर्जा जंक्शन पर पहुंचती है। वहीं, शाम पांच बजे मेरठ के लिए रवाना होती है। तब से लेकर अब तक दो मेरठ-खुर्जा पैसेंजर ट्रेने अभी तक पटरी पर नहीं लौट पाई है।
देनिक यात्रियों की बढ़ी परेशानी
कोरोना काल में बंद हुई अधिकतर ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरु हो चुका है और अधिकतर सभी ट्रेनें पटरी पर लौट चुकी है। लेकिन मेरठ से खुर्जा के बीच दिन के समय चलने वाली दो प्रमुख पैसेंजर ट्रेन का संचालन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी शुरू नहीं हो सका है। इस ट्रैन के बंद होने से रोजाना 200 से 250 यात्रियों को रोडवेज बस से अपना सफर पूरा करना पड़ रहा है। कई बार दैनिक यात्री अधिकारियों से ट्रेन का संचालन कराने की मांग की जा चुकी है। लेकिन पैसेंजर ट्रैन का संचालन शुरु नही हो पा रहा है।

ट्रैन के संचालन के लिए मुख्यालय स्तर पर निर्णय लिया जाना है। गत वर्ष अधिकतर सभी प्रमुख पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरु हो गया था। बाकि ट्रेनें जल्द संचालित होंगी।
- आरपी सिंह

मेरठ खुर्जा पैसेंजर ट्रेन का संचालन होने से दैनिक यात्रियों को काफी फायदा मिलता है। एक टै्रन की टाइमिंग के चलते अधिकतर दैनिक यात्री को ट्रैन का फायदा नही मिल पा रहा है।
- विक्रम

पैसेंजर ट्रेन चलने से कुछ राहत मिलेगी। यदि पहले की तरह पैसेंजर ट्रेन का संचालन हो तो काफी लोगों को राहत मिलेगी। आवागमन आसान होगा।
- शहजाद

काफी समय से पैसेंजर ट्रेन चलने का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच रोडवेज बस से महंगा सफर करना पड़ रहा है। इससे दैनिक यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
- हरी