परिजनों ने 18 हजार रुपये में खरीदा था ऑक्सीजन सिलेंडर

पीडि़त ने मुख्यमंत्री व एसएसपी से की मामले की शिकायत

Meerut। कोरोना महामारी में भी मानवता को शर्मसार करने वाले मामले सामने आ रहे हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर धोखाधड़ी और कालाबाजारी जारी है। बिना पुष्टि के ही इंटरनेट मीडिया यूजर्स ठगों के नंबर वायरल कर रहे हैं। इससे मरीज के परिजन ठगी का शिकार हो रहे हैं। ऐसा ही मामला शहर में देखने को मिला। 18 हजार रुपये खर्च करने के बाद भी ठग ने पीडि़त को ऑक्सीजन की जगह सिलेंडर में पानी भरकर दे दिया।

ये है मामला

सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सर्वोदय कालोनी निवासी अंशुल कुमार ने बताया कि उनके मित्र कपिल दिल्ली स्थित सरिता विहार में रहते हैं। कपिल की मां मायावती कोरोना पॉजिटिव और होम आइसोलेशन में हैं। बुजुर्ग मां का ऑक्सीजन स्तर कम होने पर कपिल ने अपने एक मित्र के व्हाट्सएप स्टेट्स पर पोस्ट देखकर एक नंबर पर संपर्क किया। कॉल उठाने वाले ने कपिल को सिलेंडर लेने के लिए दिल्ली रोड स्थित इरा माल के पास बुलाया। लॉकडाउन की वजह से कपिल मेरठ नहीं आ सके और अपने मित्र अंशुल से मदद मांगी। अंशुल ने बताया कि एक सिलेंडर का सौदा 18 हजार रुपये में तय हुआ है। आरोपी ने पेटीएम से रुपये लेने के बाद सिलेंडर उन्हें पकड़ा दिया। दिल्ली पहुंचकर सिलेंडर चेक किया तो उसमें ऑक्सीजन की जगह पानी भरा था। उन्होंने किसी तरह दूसरे सिलेंडर की व्यवस्था की। अंशुल ने मुख्यमंत्री व एसएसपी से मामले की शिकायत की है।

भ्रामक वायरल मैसेज

इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक मैसेज पोस्ट किए जा रहे हैं। इंटरनेट मीडिया यूजर्स बिना पुष्टि के ही ऐसे नंबर वायरल कर रहे हैं। अपनों की हालत बिगड़ने पर तीमारदार नंबरों पर संपर्क करते हैं। मजबूरी का फायदा उठाकर ठग आसानी से उन्हें शिकार बना लेते हैं। प्रतिदिन साइबर सेल में ऐसे मामले देखने को मिल रहे हैं।

ऑक्सीजन सिलेंडर व रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। अंशुल द्वारा उपलब्ध कराए गए नंबरों की जांच साइबर सेल कर रही है। जल्द ही ठगी करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। इंटरनेट मीडिया पर ठगों के नंबरों को पोस्ट करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

अजय साहनी, एसएसपी