मेरठ (ब्यूरो)। मेरठ को स्वर्ण नगरी गोल्ड सिटी के रूप में दर्जा दिलाने की मुहिम मेरठ बुलियन टे्रडर्स ने शूुरू कर दी है। इस मुहिम के तहत शहर के प्रमुख मार्गों पर स्वर्णनगरी में आपका हार्दिक स्वागत हैऐसे होल्डिंग्स लगाए जा रहे हैं। आने वाले समय में ऐसे और होर्डिंग्स मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन द्वारा लगाने की योजना है। जिसमें मेरठ को स्वर्णनगरी/गोल्ड सिटी का दर्जा मिलने का दवाब बनेगा। इसका नजारा बुधवार से शहर की सड़कों पर दिखना शुरू हो गया।

आधुनिक होगा गोल्ड कारोबार
गौरतलब है कि शहर में ज्वैलरी पार्क की शीघ्र स्थापना के लिए बुलियन एसोसिशन लंबे समय से मांग कर रही है। इसके तहत स्वर्णनगरी/गोल्ड सिटी में आधुनिकतम तकनीक एवं मशीन युक्त कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) की स्थापना शीघ्र की जाएगी। जिससे स्वर्ण कारीगरों को सरकार द्वारा आयातित सोना पूर्ण शुद्धता के साथ उचित मूल्य पर मिलेगा। स्वर्ण नगरी बनने से स्वर्ण आभूषण कारीगरों के लिए आधुनिकतम तकनीक आधारित ट्रेनिंग की उचित व्यवस्था भी स्वर्ण नगरी में प्राथमिकता के स्तर पर रहेगी। साथ ही फ्लैटेड कॉम्प्लेक्स की स्थापना की भी मांग हो रही है। ज्वैलरी पार्क की स्थापना से मेरठ में कार्यरत 30,000 स्वर्ण कारीगरों के हितों का संरक्षण होगा। इससे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 1,50,000 व्यक्ति जो कि सर्राफा कारोबार से जुड़े हुए हैं उनके उत्थान के लिए भी शासन प्रशासन द्वारा योजना बनाने का प्रयास किया जाएगा। र्होडिंग लगाने का वर्तमान में अनुबंध राणा एडकॉम प्राइवेट लिमिटेड के प्रोपराइटर राजू राणा के साथ किया गया है। वर्तमान में गढ़ रोड, बागपत रोड, दिल्ली हरिद्वार हाईवे, हापुड़, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, हापुड़ रोड, आदि जगह पर होल्डिंग लगाए जा चुके हैं।

सालों से अधूरी सर्राफा कारोबारियों की अधूरी मांगें
स्वर्ण व्यवसाय में लगे सभी कारीगरों का हेल्थ इंश्योरेंस हो।
शहर सर्राफा बाजार क्षेत्र से संबंधित सभी बाजारों को मेरठ विकास प्राधिकरण के अंदर सघन बाजार क्षेत्र के रूप में मान्यता मिले। जिससे हमारे सर्राफा व्यापारियों को अपना व्यापार बढ़ाने हेतु अपनी अचल संपत्ति पर बैंक लोन की सुविधा मिल सके।
वेदव्यास पुरी स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ज्वेलरी टेक्नोलॉजी को विश्वविद्यालय से मान्यता एवं संबद्धता मिले।
सभी बस अड्डे/ रेलवे स्टेशन से सर्राफा बाजार को केंद्र मानकर सुरक्षा व्यवस्था चाकबंद चौकस हो।
सर्राफा बाजार को केंद्र मानकर सभी मार्गों पर अत्याधुनिक कैमरों की व्यवस्था हो।
सर्राफा व्यापारियों के साथ घटित हुए सन 2000 से अब तक की लूटपाट, डकैती, छीना झपटी या माल लेकर भागने की घटनाओं का खुलासा हो।
चांदी और सोने पर जीएसटी की दरें 3 प्रतिशत से घटाकर 0.5 प्रतिशत कराई जाए।
आयातित सोने पर आयात शुल्क 12.50 पर्सेंट के स्थान पर 5 पर्सेंट हो।

स्वर्ण नगरी की मुहिम ज्वैलर्स की प्राथमिकता है इससे मेरठ को देश दुनिया में विशेष पहचान मिलेगी। इसके लिए शहर में होर्र्डिग्स लगाकर प्रचार प्रसार शुरु कर दिया गया है।
मनोज गर्ग, कोषाध्यक्ष, बुलियन एसोसिएशन