टोक्यो से सोमवार को मेरठ पहुंची प्रियंका,

Meerut। टोक्यो ओलिंपिक गेम्स में एथलेटिक्स के 20 किलोमीटर पैदल चाल में हिस्सा लेकर सोमवार को मेरठ लौटीं प्रियंका गोस्वामी का दैनिक जागरण परिवार से स्वागत किया। दिल्ली से लौटने के क्रम में प्रियंका सबसे पहले दैनिक जागरण कार्यालय में रुकी और टोक्यो में अपने अनुभव साझा किए। प्रियंका के बताया कि टोक्यो ओलिंपिक गेम्स में उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। वहां थोड़ा डर के प्रतिभाग किया लेकिन अब आगे की प्रतियोगिताओं में आर-पार की प्रतिस्पर्धा करेंगी और देश के नाम पदक लेकर आएंगी।

शुरुआती धीमी चाल पड़ी भारी

प्रियंका ने बताया कि वह शुरुआत में तीन मिनट अन्य प्रतिभागियों के साथ धीमी चली जो अंत में रफ्तार बढ़ाकर उनसे आगे निकल गई। जबकि प्रियंका हमेशा 12 से 14 किमी सबसे आगे और तेज रफ्तार से चलती हैं। प्रतियोगिता के दबाव और तेज चलने पर डिस्क्वालीफाई होने के डर से वह शुरू में धीमी चली। जबकि अन्य देशों की प्रतिभागी शुरू में धीमा चल कर अंत में रफ्तार बढ़ाती हैं। प्रियंका के अनुसार यदि वह 14 किमी अपनी रफ्तार को कायम रखती तो बढ़त बनाए रखना संभव होता।

एएफआइ ने की तारीफ

प्रियंका ने बताया कि दिल्ली पहुंचने पर एथलेटिक फेडरेशन आफ इंडिया के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन की तारीफ की और आगे क्या सुधार हो सकता है उसके बारे में पूछा। प्रियंका ने बिना डरे अपने सामान्य प्रदर्शन को ही मजबूती बनाने की बता कही।

परिजन व कोच भी पहुंचे

प्रियंका के दैनिक जागरण कार्यालय पहुंचने से पहले ही उनके पिता मदन पाल और भाई कपिल गोस्वामी पहुंच गए थे। प्रियंका के पहुंचते ही मदन पाल ने बेटी को गले से लगा कर स्वागत किया। इस गौरव को बयां करने के लिए उनके शब्द जुबां से तो नहीं निकले लेकिन आंखों से पानी बनकर छलक पड़े। कोच गौरव त्यागी ने भी प्रियंका की पीठ थपथपा कर स्वागत किया और कहा कि प्रियंका आगे की सभी प्रतियोगिताओं में देश के लिए पदक लेकर आएंगी।

मां ने खीर से कराया मुंह मीठा

दैनिक जागरण कार्यालय से प्रियंका अपने स्वजन व कोच के साथ घर पहुंची तो माता अनिता पाल ने खीर खिलाकर मुंह मीठा कराया और स्वागत किया। मोहल्ले के लोगों ने भी गर्मजोशी ने प्रियंका का स्वागत किया और उनके प्रदर्शन की सराहना की।