- सिटी स्कैन

- वार्डो में नियमित सफाई न होने से स्थानीय लोगों को परेशानी

- कीचड़ और गंदगी से संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा

- साफ-सफाई कराने के दावे हो रहे सिफर, अधिकारी बेफ्रिक

मेरठ. बरसात शुरु हो चुकी है, बेक्टर बार्न डिजीज का सीजन भी शुरु हो चुका है। बावजूद इसके वार्डो में साफ- सफाई की ओर किसी भी प्रशासनिक अधिकारी का ध्यान नहीं गया है। पार्षद और निगम दोनों ही बीमारियों को लेकर बेफ्रिक हैं। सरकार के निर्देशों के बावजूद निगम के दावे बेमानी सिद्ध हो रहे है। आलम यह है कि शहर के इलाकों में जगह-जगह कीचड़, जलभराव और गंदगी से लार्वा और बीमारियां फैलाने वाले मच्छर पैदा होने का खतरा बढ़ गया है जबकि कई जगह तो पानी में मच्छर पनपने भी लगे है। ऐसे में शहरवासियों के लिए महामारी से बचाव करने के विभाग के दावे भी खोखले दिखाई दे रहे है।

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यह है स्थिति

शहर की मुख्य सड़कों, खाली पड़े प्लाट्स, सड़कों, कूड़ा स्थल, नगर - निगम के डस्टबिन के अलावा मोहल्लों के भीतर भी बुरा हाल है। खाली पड़े प्लाट्स में जगह-जगह पानी भरने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा मोहल्लों में नालियों और नालों में जमा गंदगी और कीचड़ में भी लार्वा पैदा होने का खतरा बढ़ चुका है। हैरानी वाली बात यह है कि निगम का सफाई की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है। थोड़ी सी बारिश में ही शहर की मुख्य सड़कों के साथ गली-मोहल्लों में स्थिति सोचनीय और चिंताजनक हो जाती है। हालत यह है कि यहां लोगों के घरों तक के आसपास पानी भर जाता है.बड़े-बड़े गड्ढ़ों में पानी सूखता नहीं है और इसमें लार्वा पैदा होने लगते है। यहां रहने वालों लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

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रेटिंग

वार्ड 1 से 20

रेटिंग- 4

वार्ड 21 से 40

रेटिंग- 5

वार्ड 41 से 60

रेटिंग- 2

वार्ड 61 से 80

रेटिंग-3

वर्जन

गंदगी से बुरा हाल है। बारिश में कीचड़ हो जाता है। कई-कई दिनों तक पानी भरा रहता है। निकासी की कोई सुविधा नहीं है। नगर निगम इस ओर कभी ध्यान नहीं देता है।

गुलाब

- सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। बारिश के पानी से नाले भर जाते हैं। सीवर लाइन साफ नहीं होती है। बरसात में कई-कई दिनों तक पानी भरा रहता है। मच्छर पनपने लगते है।

सुशील

-गंदगी का यही हाल है। साफ - सफाई न होने से बीमारियां फैल जाती है। बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। सफाई और बीमारियों से बचाव के लिए नगर निगम की ओर से गंभीर प्रयास नहीं होते है।

पुनीत राजपूत

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बुरा हाल है। बरसात में निगम के विकास कार्यो की पोल खुल जाती है। शहर की बदहाल स्थिति में आ जाता है। सड़कों व नालियों में कीचड़ जमा रहता है।

-सोनू

क्या है समस्या

-नगर निगम की ओर से बरसात में बीमारियों से बचाव के लिए कोई काम नहीं होता है।

-सड़कों के किनारे कीचड़ जमा होने से बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

-नालियों और नालों में निकासी न होने से खाली प्लाटों में पानी भर जाता है।