अवैध मैरिज हॉल

कैंट एरिया में 36 से ज्यादा मैरीज हॉल हैं, जिनसे कैंट बोर्ड को किसी तरह का रेवेन्यू नहीं मिल रहा है। यहां मौजूदा आर्मी ऑफिसर्स ही नहीं बल्कि रिटायर्ड ऑफिसर्स भी पार्टीज और मैरीज में आते जाते रहते हैं। जबकि स्टेशन कमांडर और कैंट बोर्ड कई बार ऐसे अवैध मैरीज पर कार्रवाई करने की बात कह चुका है। तो क्या स्टेशन कमांडर इन मैरिज/पार्टीज हॉल में 'आउट ऑफ बाउंड फॉर ऑल रैंकÓ के बोर्ड लगाएंगे ये अपने आपमें बड़ा सवाल है।

अवैध स्कूल

कैंट एरिया में एक दर्जन से अधिक अवैध स्कूल हैं। जहां आर्मी पर्सन के बच्चे भी स्टडी कर रहे हैं। इनमें से अधिकतर स्कूलों में अवैध निर्माण और चेंज ऑफ पर्पस भी हैं, जिनकी कार्रवाई भी चल रही है। अगर इन स्कूलों में अवैध निर्माण और चेंज ऑफ पर्पस की कार्रवाई चल रही है तो आर्मी के लोगों के लिए प्रतिबंधित क्यों नहीं किया जा रहा है?

अवैध होटल

कैंट एरिया में होटलों की भी कोई कमी नहीं है। कैंट एरिया में तीन दर्जन से अधिक होटल हैं, जिनमें अवैध निर्माण और चेंज ऑफ पर्पस है। ऐसे में इन होटल के बाहर भी 'आउट ऑफ बाउंड फॉर ऑल रैंकÓ के बोर्ड भी काफी लग जाने चाहिए थे, लेकिन अभी तक इन पर अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सवाल ये है कि क्या इन होटल के लिए 22बी से अलग कानून बनाए गए हैं?

अवैध मार्केट

मेरठ में आबूलेन मार्केट को कनॉट प्लेस की संज्ञा दी जाती है। ये पूरी मार्केट चेंज ऑफ पर्पस और अवैध निर्माण का शिकार हैं। वहीं सदर मार्केट में कई अवैध निर्माण हैं। जहां ऑफिसर्स की गाडिय़ां रोज दिखाई देती हैं। ऐसे में इन मार्केट में आर्मी रैंक्स के लोगों को प्रतिबंधित कर देना चाहिए। ऐसा भविष्य में होगा या नहीं कुछ नहीं कहा जा सकता है।

'कैंट एरिया में जितने में पब्लिक स्कूल, होटल, विवाह मंडप और मार्केट में दुकानें है इनमें से अधिकतर अवैध निर्माण और चेंज ऑफ पर्पस के शिकार हैं। जिनमें कार्रवाई भी चल रही है.'

- एमए जफर, पीआरओ, कैंट बोर्ड

'स्कूल, होटल, विवाह मंडप और उन तमाम मार्केट में 'आउट ऑफ बाउंड फॉर ऑल रैंकÓ के बोर्ड लगा देनी चाहिए जहां अवैध निर्माण और चेंज ऑफ पर्पस की कार्रवाई चल रही हो। सभी के लिए समान कानून हैं.'

- जगमोहन शाकाल, वार्ड मेंबर, कैंट बोर्ड