-नगर निगम टीम के निरीक्षण में बीएसयूपी के मकानों में मिली खामियां

-भवनों पर नहीं है प्लास्टर, टूटा मिला लेंटर, छत पर पड़ी हैं दरारें

-नगरायुक्त ने कार्रवाई के लिए सूडा निदेशक को लिखा पत्र

Meerut: जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) की बीएसयूपी योजना से संकट के बादल छंटते नजर नहीं आ रहे हैं। बुधवार को नगर निगम की टीम के निरीक्षण के दौरान लोहियानगर स्थित योजना के मकानों में तमाम खामियां देखने को मिली। मकानों में पाई गई कमियों से नाराज नगर आयुक्त ने कार्रवाई के लिए सूडा निदेशक को पत्र लिख वस्तुस्थिति से अवगत कराया है।

गायब दरवाजे और खिड़की

नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह के निर्देश पिछले एक माह से शहर की साफ-सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया जा रहा है। कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को उप नगर अयुक्त मृत्युंजय के निर्देशन में एक्सईएन मोइनुद्दीन व डूडा पीओ आरपी सिंह की एक टीम निरीक्षण पर निकली। इस दौरान टीम ने लोहियानगर स्थित बनाए गए बीएसयूपी के मकानों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में टीम को मकानों से दरवाजे और खिड़कियां गायब मिली। इसके अलावा मौके पर बदहाली और भारी मात्रा में गंदगी मिली।

मकानों में मिली दरारें

टीम के निरीक्षण के दौरान जगपाल सिंह के मकान लैंटर और दीवारों में दरारें मिली। जगपाल ने बताया कि मकान के लिए उसने डूडा कार्यालय में 23 हजार रुपए जमा कराए थे, लेकिन उसको कोई रशीद नहीं दी गई। काशीराम के मकान की दीवारें फटी पाई गई, महिपाल के मकान में फर्श टूटा हुआ और दीवारों पर क्षतिग्रस्त प्लास्टर पाया गया। टीम ने बदहाली के चलते यहां बड़ी दुर्घटना होने की आशंका जाहिर की।

सूडा निदेशक को लिखा पत्र

बेसिक सर्विस फॉर अर्बन पुअर के मकानों में मिली धांधली पर नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह ने नाराजगी जाहिर की। नगर आयुक्त ने डूडा पीओ आरपी सिंह से इस पूरे मसले में जवाब तलब करते हुए सूडा निदेशक लखनऊ के लिए पत्र भी लिखा।

डूडा के मकान क्षतिग्रस्त और अपूर्ण मिले हैं। इसके लिए डूडा पीओ और सूडा निदेशक को पत्र लिखा गया है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।

उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त, मेरठ