मेरठ, (ब्यूरो)। मेरठ को खेल यूनिवर्सिटी जल्द ही मिलेगी। इसकी शुरूआत हो चुकी है। स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी बनने से विभिन्न खेलों को बढ़ावा मिलेगा। इससे खिलाडिय़ों की नई पौध भी तैयार होगी। जो देश-विदेश में मेरठ का नाम रोशन करेगी।

बदलेंगे दिन
खिलाडिय़ों के साथ-साथ कोच को भी उम्मीदें हैं कि स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी बनने से यहां से दिन बहुरेंगे। उनके अनुसार खेल यूनिवर्सिटी के बनने से खिलाडिय़ों को बेहतर खेल प्रदर्शन करने में सहायता मिलेगी।

सभी जता रहे खुशी
एक्सपर्ट के मुताबिक स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी से खेलों के लिए नई नियुक्तियां भी होगी। इससे भी रोजगार की समस्या भी दूर होगी। इससे खेलों में करियर की दिशा औैर भी मजबूत हो जाएगी। शहर के खिलाड़ी कोच व अधिकारी खेल यूनिवर्सिटी को लेकर खुशी जता रहे है।

नहीं जाना होगा बाहर
मेरठ में स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी बनने से यहां के खिलाडिय़ों को ट्रेनिंग के लिए अब बाहर नहीं जाना होगा। इस योजना से खिलाडिय़ों को बहुत फायदा होगा। कोच और अधिकारियों के अनुसार अब खिलाडिय़ों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अब उन्हें स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी में ही प्रॉपर ट्रेनिंग मिलेगी। इसका फायदा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देखने को मिलेगा। इसके साथ ही अच्छे कोच और इक्यूपमेंट के साथ खिलाड़ी पहले से अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।

गौरतलब है कि स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी से खिलाडिय़ों को पहले की तुलना में अधिक सुविधाएं मिलेंगी। उनके अनुसार खेल यूनिवर्सिटी से बेहतर सीखने को मिलेगा। अच्छे प्रशिक्षक होंगे व अच्छे इक्यूपमेंट व सुविधाएं होंगी जो उनके भविष्य के लिए फायदेमंद है।

क्या कहते हैं कोच, खिलाड़ी व अधिकारी

खेल यूनिवर्सिटी जल्द बनेगी। इससे खिलाडिय़ों को बेहतर कोच सुविधाएं मिलेगी। इसके साथ ही करियर में भी फायदा होगा, क्योंकि नियुक्तियां भी निकलेंगी।
राहुल, नेशनल प्लेयर

कई ऐसे गेम्स होते हंै, जिनकी यहां पर अधिक सुविधा नहीं है। उनकी ट्रेनिंग के लिए खिलाडिय़ों को बाहर जाना पड़ता था। अब यूनिवर्सिटी के चलते यहीं पर उन्हें प्रॉपर ट्रेनिंग मिल सकेगी।
प्रीति, नेशनल प्लेयर

बहुत ही खुशी की बात है कि खेल यूनिवर्सिटी बनने जा रही है। इससे खेलों को बढ़ावा निकलेगा। नियुक्तियां निकलेगी इससे कई खिलाडिय़ों को जॉब मिलेगी। वहीं खिलाडिय़ों को विभिन्न सुविधाएं व खेलों में बेहतर सीखने का अवसर मिलेगा।
गौरव त्यागी, एथलेटिक्स कोच

स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी से खिलाडिय़ों को नौकरी मिलेगी। वहीं, विभिन्न ऐसे गेम्स हैं, जिनके लिए बाहर जाना पड़ता है वो यहीं पर मिलेंगे। उनके लिए बाहर नहीं जाना होगा। इसके साथ ही बेहतर सुविधाएं भी खिलाडिय़ों को मिलेंगी।
अनु कुमार, सचिव जिला एथलेटिक्स संघ

यूनिवर्सिटी में खेलों को भी बारीकी से सिखाया जाएगा। वहीं सभी खेलों के कोच होंगे। इससे भी खिलाडिय़ों को सीखने में फायदा मिलेगा। वहीं, नियुक्तियां निकलेंगी जिससे कई बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा।
जीडी बारीकी, आरएसओ