हर किसी का ख्याल रख रही हैं महिलाएं

- परिवार के सदस्यों की सभी सिफारिशें पूरी करने में जुटीं महिलाएं

- परिवार की खुशियों का ख्याल कर रहीं महिलाएं

Meerut । जहां एक ओर कोरोना जैसी समस्या से बचने के लिए लॉकडाउन में सभी परिवार के सदस्य एक साथ बैठकर समय व्यतीत कर रहे हैं, लॉकडाउन में परिवार के सदस्य मिलकर विभिन्न तरह से घरों पर ही बैठकर इंज्वाय कर रहे हैं, वहीं महिलाएं भी अपने परिवार के सदस्यों की सेवा में जुटी हैं और परिवार के सदस्यों को घर में समय बिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, ऐसे में सभी की अलग अलग डिशेज की फरमाइश से लेकर उनकी हर तरह की जरुरतों को पूरा कर रही है। शहर की महिलाओं का मानना है कि अपने परिवार और समाज की भलाई के हित में उनको पहले से अधिक मेहनत करना भी बहुत अच्छा लग रहा है। उनके अनुसार वो भी देश की भलाई में अपना हर तरह का योगदान देने के लिए हर समय तत्पर हैं।

बच्चों व बड़ों की डिमांड

महिलाओं के अनुसार घर में परिवार के सभी सदस्य एक साथ है। ऐसे में मजा आ रहा है, हां पहले से थोड़ा काम अधिक हो गया है, बच्चों की भी अलग पसंद है ओर बड़ों की अलग इसलिए सभी की खुशी का ख्याल रखना पड़ रहा है। वहीं नवरात्र में जिनके व्रत है उनको फलाहार भी बनाना पड़ रहा है। महिलाओं का कहना है कि थोड़ी सी मेहनत तो बढ़ी है लेकिन इतनी बड़ी समस्या से लड़कर जीत हासिल करनी है। तो कोई बुराई नहीं है। बल्कि अच्छा लग रहा है। सबके साथ समय बिताने का समय तो मिल रहा है, जो बहुत मुश्किल से मिल पाता था।

बच्चे कर रहे है तंग

महिलाओं के अनुसार काम करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन बच्चों को संभालना थोड़ा मुश्किल हो रहा है वो बार बार बाहर खेलने जाने की जिद करते है, लेकिन जब उनके कारण बताया जाता है तो वो भी घर बैठकर खेलते है, कभी कभी बोर भी हो जाते है समझ नही पाते क्या करें।

थोड़ा सा काम तो बढ़ा है, लेकिन परिवार के सभी सदस्य एक साथ है तो अच्छा लग रहा है।

पूनम शास्त्रीनगर

बड़ों को तो कोई दिक्कत नहीं, बच्चों को समझाना मुश्किल है, लेकिन जब उनको समझाते है तो वो समझ जाते हैं। सभी की फरमाइशें पूरी कर रहे है।

विनतो कोच्छड़, डिफेंस कॉलोनी

काम तो बढ़ा है पर इतना भी नहीं की परेशानी लगे, कोरोना से बचने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। ये तो केवल परिवार वालों की सेवा है।

महेंद्र कौर, थापरनगर

देश को स्वस्थ रखना है तो हमें परिवार के हर सदस्य को सहयोग करना होगा, हम तो केवल अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे है।

ममता, सदर