मेरठ ब्यूरो। वेंक्टेश्वरा यूनिवर्सिटी में हिंदी दिवस पर काव्य संगोष्ठी व साहित्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से आए कवियो एवं साहित्यकारो ने हिन्दी के सम्मान में एक से एक बढकर शानदार प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर समूह चेयरमैन डॉ।सुधीर गिरि ने प्रतिकुलाधिपति डॉ। राजीव त्यागी के साथ मिलकर कवियो एंव साहित्यकारो को शॉल एवं स्मृति चिन्ह भैंटकर सम्मानित किया।
कविताओं से बटोरी तालियां
कवि सम्मेलन का शुभारम्भ पर काव्य पाठ करते हुए कवियत्री डॉ।मधु चतुर्वेदी ने यूं कहा उम्र भर हमने ऐसे कसाले जिए, दम निगलते रहे पर उजाले दिए, प्यास में आंसुओं का रसायन मिला, तृप्ति के घट तुम्हारे हवाले किए। सुनकर सभी को तालिया बजाने पर मजबूर कर दिया। वरिष्ठ कवि एवं व्यंगकर डॉ।अनुराग मिश्र गैर&य&य ने कहा कि- लोग कहते है कि तू अब भी खफा है मुझसे, पर तेरी आंखों ने तो कुछ और ही कहा है मुझसे। कवि संगोष्ठी को वरिष्ठ कवि डॉ। गोपाल नारसन, डॉ।अंजना व्यास, पीयूष पाण्डेय, रामयश सिंह आदि ने सम्बोधित किया।