कर्नाटक को न्यौता

यूपी ने चौथे दिन बिना खेले पारी घोषित की और कर्नाटक को 446 रनों का विशाल लक्ष्य दिया। कर्नाटक ने स्कोर बोर्ड पर 23 रन ही जोड़े थे कि लोकल ब्वाय भुवनेश्वर ने रोबिन उथप्पा को 17 रन पर क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके बाद अंकित ने भी जल्द ही पवन को भी पवेलियन की राह दिखा दी। यूपी टीम जीत की ओर कदम बढ़ा रही थी।

गेंदबाजों की पिटाई

इस बीच क्रीज पर आए मनीष पांडे ने गणेश सतीश के साथ मिलकर यूपी के गेंदबाजों की पिटाई शुरू कर दी। दोनों ने लंच तक स्कोर दो विकेट पर 143 रन कर दिया। दोनों बल्लेबाजों ने इस दौरान अपने अर्धशतक पूरे किए। गणेश सतीश के साथ तीसरे विकेट के लिए 122 रनों की साझेदारी कर चुके मनीष पांडे गलत रन लेने के चक्कर में 76 रन पर रन आउट हुए।

कप्तान भी बोल्ड

इसके बाद सतीश 70 को भुवनेश्वर ने जल्द ही स्लिप में खड़े रैना के हाथों कैच कराकर चलता किया। कप्तान स्टूअर्ट बिन्नी भी कुछ खास नहीं कर सके और मात्र 10 रन पर अंकित की गेंद पर बोल्ड हो गए।

टी के बाद

टी तक यूपी को विकेट की सख्त जरूरत थी। कर्नाटक के पांच विकेट गिर चुके थे। टी के बाद अमित वर्मा को मुकुल डागर की जगह फिल्डिंग कर रहे प्रवीण गुप्ता ने सीधे थ्रो पर रन आउट किया। अमित के आउट होते ही विकेटकीपर सीएम गौतम और के गौतम ने हार टालने के प्रयास शुरू कर दिए। विकेट को तरस रही यूपी को नई गेंद मिली तो जैसे खेल में जान आ गई। भुवनेश्वर कुमार ने नई गेंद से अपने पहले ही ओवर में के गौतम की गिल्लियां बिखेर दी। गौतम की जगह क्रीज पर रोनित पहुंचे भुवी ने उसी ओवर में रोनित को भी क्लीन बोल्ड करके यूपी को जीत के करीब ला दिया।

मैच हुआ ड्रॉ

विकेटकीपर सीएम गौतम और 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए केपी अपन्ना ने कोई गलती नहीं की और संभलकर खेलना शुरू कर दिया। इस बीच एक दो मौकों पर भी यूपी चूकती दिखी। आखिरकार कर्नाटक मैच ड्रॉ कराने में सफल हुई। यूपी टीम को हाथ मसलते हुए तीन अंक से ही संतोष करना पड़ा। जबकि कर्नाटक एक अंक लेकर खुश हो गई। मैन आफ द मैच मुकाबले में 9 विकेट और 127 रन बनाने वाले लोकल ब्वाय भुवनेश्वर कुमार रहे।

 बहुत बड़ी गलती

यूपी टीम ने तीसरे दिन के आखिरी सत्र में मैच की पहली और आखिरी सबसे बड़ी गलती की। भुवनेश्वर को शतक बनाने का मौका देना यूपी को भारी पड़ गया। कर्नाटक ने इसे समझा और चालाकी से नेगेटिव बॉलिंग की। जिससे काफी समय खराब हुआ.  अगर यूपी एक घंटा कर्नाटक को खिलने का मौका देती तो मैच का नतीजा यूपी के पक्ष में हो सकता था।

'हम भुवनेश्वर कुमार की सेंचुरी पूरी कराना चाहते थे। इसीलिए तीसरे दिन टी के बाद पारी घोषित नहीं की। कर्नाटक ने नेगेटिव बॉलिंग भी की थी। समय पर पारी घोषित करते तो नतीजा कुछ और हो सकता था.'

- सुरेश रैना, कप्तान, यूपी

'हम जानते थे कि भुवनेश्वर के शतक से पहले यूपी पारी घोषित नहीं करेगी। हमने रणनीति से बॉलिंग की। आखिरी दिन भी हम जीतने के लिए मैदान में उतरे थे। अगर मनीष पांडे क्रीज पर रहते तो वो अकेले ही 200 रन बना सकते थे'

- जे। अरुण कुमार, कोच, कर्नाटक