- बीमारियों से बचने के लिए योग है बेस्ट तरीका

- शहर में चल रहीं है काफी सारी जगह पर योग क्लासेज

Meerut : योग मिटाए रोग। जी हां, योग हजारो साल से चली आ रही परंपरा है। योग जीवनशैली है, लेकिन हमने इसे भुलाकर कई सारी बीमारियों को दावत दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने ख्क् जून व‌र्ल्ड योगा डे किया है। इस दिन फादर्स डे भी है। आज के फादर्स भी कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। तो पापा के लिए भी योग करना जरूरी हो गया है। योग की एक क्रिया से हम अपनी कई बीमारियों से जल्द छुटकारा पा सकते हैं। इसलिए योगा डे पर हम आपको रुबरु करा रहे हैं योग के फायदों से।

योग की पहली क्रिया है सूर्य नमस्कार

भले ही देशभर में योग से सूर्य नमस्कार को हटाने की बात चल रही हो, लेकिन योग की सबसे पहली क्रिया एक्सपर्ट सूर्य नमस्कार ही मान रहे हैं। इसकी क्ख् क्रियाएं होती हैं। सूर्य नमस्कार हर बीमारी के लिए काफी अच्छा ऑप्शन माना जाता है। भारतीय योग संस्थान की मेंबर रमा गुप्ता ने बताया कि योग में सूर्य नमस्कार सबसे पहली व लाभदायक क्रिया है। जिसे हर बीमारी के लिए लाभदायक माना जाता है।

भुजंगासन है कमर व गर्दन दर्द के लिए लाभदायक

भुजंगासन ये कमरदर्द व गर्दन दर्द के लिए काफी लाभदायक क्रिया है। इसका उपासक शलभासन होता है। भुजंग से कमर के ऊपर का हिस्सा उठाते हैं, शलभ आसन में कमर से नीचे का हिस्सा उठाते है। यह आसन कमर दर्द के लिए रीढ़ की हड्डी, कंधों के दर्द के लिए, गर्दन दर्द के लिए काफी लाभदायक माना जाता है।

नाभी के लिए है हस्तपादासन

हमारी नाभी के लिए हस्तपादासन आसन बेस्ट माना जाता है। इसमें सीधे लेटकर हाथ-पैरों को ऊपर उठाते हैं। इसका उपासक है तुबंद आसन इसमें सीधे लेटकर शरीर का मध्य भाग उठाते हैं। अगर किसी की नाभ खिसकती है तो उसे अपनी जगह पर लाया जा सकता है। अगर इसे किया जाए तो इससे नाभी उतरने की संभावना भी न के बराबर हो जाती है। एक्सपर्ट आशीष शर्मा के अनुसार यह आसन हमारी नाभी के लिए, कमर दर्द के लिए यह आसन बेहद लाभदायक है।

शवासन व बज्रासन है भी लाभदायक

शवासन में सीधे लेटकर पैरों में डेढ़ फीट का फासला रखते हैं, हाथ पैरों को अधखुला छोड़कर बिना कोई अंग हिलाए सीधा लेटते हैं। यह प्रक्रिया ख्ब् घंटे में कभी भी की जा सकती है। इसे करने से हार्ट प्रॉब्लम, बॉडी की पेन व अन्य समस्या, बीपी, एसिडीटी आदि बीमारी में काफी लाभ मिलता है। वहीं बज्रासन में घुटनों पर एड़ी बंद व पंजे खुले करके बैठा जाता है। एक्सपर्ट उमा गुप्ता के अनुसार ऐसे पांच मिनट तक बैठने से एक किलोमीटर तक की सैर का लाभ मिल जाता है। यह प्रक्रिया भी ख्ब् घंटे में कभी की जा सकती है।

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प्रणायाम से दूर होती है काफी बड़ी बीमारियां

अनुलोम-विलोम है बेस्ट क्रिया

अनुलोम-विलोम प्रणायाम की बहुत ही अच्छी व लाभदायक प्रक्रिया है। इसमें पहले दाईं नाक पर अंगूठा रखकर बाएं से सांस निकालते हैं। फिर दाईं से लेकर बाएं तरफ सांस निकालते हैं। यह प्रक्रिया दस मिनट तक की जा सकती है। इसके करने से फेफड़े तंदुरुस्त होते हैं, दिमागी टेंशन दूर होती है। यह प्रक्रिया डिप्रेशन के मरीज के लिए काफी लाभदायक मानी जाती है।

कपालभाती से दूर होता है ब्रेन ट्यूमर

कपालभाती प्रणायाम करने से हमारे मस्तिष्क की हर तरह की बीमारी को दूर किया जा सकता है, बस इसका रेगुलर होना बेहद जरुरी है। एक्सपर्ट अरुण शास्त्री के अनुसार इस प्रक्रिया में घुटने पकड़कर सांस भरकर कमर गर्दन सीधी करके झटकों से सांस निकालते हैं। इस प्रक्रिया को करने से मस्तिष्क की सफाई होती है। इसे करने से ब्रेन ट्यूमर जैसी बीमारी तक ठीक हो जाती है। इसके आलावा डायबिटीज व बीपी के मरीज के लिए भी यह प्रक्रिया बेहद लाभदायक है।

कान के लिए भी है कर्णशोधन प्रक्रिया

कान को ठीक रखने के लिए भी कर्णशोधन प्रक्रिया है। इसमें दोनों हाथों से नाक बंद करके सांस भरकार कानो से सांस निकालते हैं। इस प्रक्रिया के सही होने का पता लगाने के लिए यह देखा जाता है कि कानों मे फड़फड़ की आवाज आनी चाहिए। इस प्रक्रिया को करने से कान के पर्दे ठीक रहते हैं साथ ही आसपास की नसों की ब्लॉकेज भी खुल जाती है।

हार्ट के मरीज के लिए उज्जई है बेस्ट ऑप्शन

अगर आप हार्ट के मरीज है तो आपके लिए उज्जई प्रणायाम बेहद अच्छा तरीका है। इसमें दोनों हाथों से घुटने को पकड़कर पूरा सांस बाहर निकालते हैं। इसके साथ ही जीभ से तालू को लगाकर खर्राटे भी लेते हैं। इसके करने से फेफड़ों को तंदुरुस्त किया जा सकता है, हार्ट पेशंट के लिए, कोलेस्ट्राल काबू में रखने के लिए व डायबिटीज के लिए भी यह प्रक्रिया बेहद लाभदायक है।

यह भी है जानने योग्य

- वाकिंग व मेडिटेशन से आप फिजिकल व मेंटल दोनों रूप से फिट रह सकते हैं।

- अगर आप ख्0 से फ्0 मिनट रोजना योग कर लें तो दिनभर एनर्जेटिक तो रहेंगें व ताउम्र हेल्दी भी रहेंगे।

- तेज सांस लेने से आप बॉडी से जुड़ी कई प्रॉब्लम जैसे स्किन शाइनिंग, चेहरे पर रिंकल प्रॉब्लम, आंखों के नीचे कालापन दूर कर सकते हैं।

- नमस्कार योग मन भटकता नहीं है, मस्तिष्क फिट रहता है।

बिना एक्सपर्ट न करें योग

अक्सर लोग बिना किसी नॉलेज के अपनी मनमर्जी से योग करना स्टार्ट कर देते हैं, जबकि एक्सपर्ट के अनुसार यह बेहद गलत बात है। बिना एक्सपर्ट की एडवाइस के योग की एक भी क्रिया करना हमारी बॉडी पर बुरा प्रभाव डाल सकता है, जिससे हम ठीक होने की जगह उल्टे बीमार हो सकते हैं। योगा शरीरिक व आंतरिक रूप से दोनों के लिए लाभदायक माना जाता है। एक्सपर्ट योग गुरु अभिषेक के अनुसार अगर कोई योग शरीरिक क्रिया नहीं कर सकता है तो व प्रणायाम कर सकता है। प्रणायाम करने से भी शारीरिक क्रियाओं के जितना लाभ मिल सकता है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

योग हमारे जीवन में बहुत ही जरुरी है, योग की एक प्रक्रिया हमें ताउम्र तक फिट रख सकती है। इसलिए हमें रूटीन में योग आवश्यक रुप से करना चाहिए।

-रमा गुप्ता, मेंबर भारतीय योग संस्थान

मन आत्मा और शरीर के साथ-साथ परिवार समाज व देश के उत्थान के लिए योग बेहद आवश्यक है। योग करने से हम फिट रहते हैं।

-कवि विजय प्रेमी, योग गुरु, आर्य समाज सदर

योग हमारे लिए बेहद आवश्यक है, खुद को फिट रखने व अपने मस्तिष्क को तंदरुस्त करने के लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन योग है। इसलिए योग करना चाहिए।

-योगी नीरज वशिष्ट

योग करने से हम अनेकों बीमारियों से दूर रह सकते हैं। आजकल के लाइफ स्टाइल ने बीमारियों को बढ़ावा दिया है। इन बीमारियों से दूर रहने के लिए जिम नहीं बल्कि योग करना चाहिए।

-योगी कर्मवीर