- शहर में बढ़ते प्रदूषण को ध्यान रखकर होगा विकास कार्य

- 15वें वित्त आयोग की बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर लगी मुहर

- प्रदूषकों की मात्रा नापने के लिए बनेगा आधुनिक लैब

वाराणसी के अनलॉक होते ही विकास की कवायद शुरू हो गई। शहर में बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखकर ही अब विकास कार्य होंगे। 15वें वित्त आयोग की बैठक में शहर के विकास के लिए 101 करोड़ रुपये पास किया गया। विकास कार्यो को लेकर कई प्रस्तावों पर मुहर लग गई। यह तय हुआ कि जो भी विकास कार्य होंगे, उसमें प्रदूषकों को कम करते हुए विकास के आयाम स्थापित किया जाएगा। इसके लिए बीएचयू के वायु प्रदूषण विभाग की सहयोगी संस्था आईईएमडी से राय ली जाएगी। वहीं वन विभाग और क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग भी विकास कार्यो में सलाह देगा।

वायु गुणवत्ता के लिए 6.73 करोड़

नगर निगम के कार्यकारिणी कक्ष में मंगलवार को मेयर मृदुला जायसवाल की अध्यक्षता व नगर आयुक्त गौरांग राठी की मौजूदगी में बैठक हुई। मेयर ने बताया कि अब जो भी विकास कार्य होंगे, उसमें प्रदूषण को केंद्र में रखकर किया जाएगा। इसके लिए सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर के बगल में नगर निगम की जमीन पर एक लैब बनेगी, जहां प्रदूषकों की मात्रा की पड़ताल होगी। ऑनलाइन मॉनीटरिंग के लिए इसे सिटी कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा। मेयर ने बताया कि 15वें वित्त से जो प्रस्ताव पास हुए हैं, उसमें शहर की वायु गुणवत्ता बेहतर करने के लिए 6.73 करोड़ खर्च होंगे। वहीं जो सड़कें बनेंगी, उसमें एक छोर से दूसरे छोर तक पूरा काम होगा, जिसमें रोड के अगल-बगल की जमीन को भी कवर किया जाएगा। ताकि धूल-कण आदि न उड़े। इसके लिए 15 करोड़ का बजट पास हुआ है। वहीं पेवमेंट रोड सोल्डर की मद में 3.86 करोड़ नगर निगम खर्च करेगा। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग को सड़क निर्माण के लिए 2.87 करोड़, रोड स्वीपिंग मशीनों की खरीद के लिए एक करोड़ दिया जाएगा। वन विभाग को पौधरोपण के लिए 2.77 करोड़ व कैंट-पड़ाव मार्ग पर डिवाइडर के बीच पौधरोपण के लिए 88 लाख दिया जाएगा।

मियावाकी विधि से 11 पार्को में आएगी हरियाली

मेयर ने बताया कि जापान की मियावाकी पद्धति पर नगर निगम के 11 पार्को में हरियाली लाई जाएगी। इसके लिए पौधरोपण पर 1.9 करोड़, फव्वारा निर्माण पर एक करोड़ खर्च किया जाएगा। वहीं बीएचयू के वायु प्रदूषण विभाग के आईईएमडी अनुभाग को राय देने के लिए 40 लाख दिया जाएगा।

करसड़ा प्लांट संचालन के लिए 13.69 करोड़

मेयर ने बताया कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर ज्यादा फोकस रहेगा। इसके लिए सोलर क्यूबीक मशीन, 9 काम्पेक्टर के अलावा 58 हॉपर-डिकर मशीन खरीदी जाएगी ताकि शहर में शामिल हुए 86 गांवों को भी कवर करते हुए कूड़ा प्रबंधन किया जा सके। करसड़ा प्लांट संचालन पर 13.69 करोड़ खर्च होगा, जिसे सीएसआर फंड से पूरा किया जाएगा।

90 वार्डो व 86 गांवों में पेयजल के लिए 14 करोड़

शहरी सीमा के 90 वार्डो व नए 86 गांवों में पेयजल जलापूíत सुनिश्चित करने के लिए जलकल को 14.17 करोड़ व सीवर कार्य के लिए 7.50 करोड़ का बजट पास किया गया है।

पांचों जोनल कार्यालय अपग्रेड होंगे

मेयर ने बताया कि स्मार्ट सिटी शहर काशी के पांचों जोनल कार्यालय अपग्रेड किए जाएंगे। इसके लिए 6.67 करोड़, ऑनलाइन मॉनीटरिंग व सिंगल विंडो सिस्टम के लिए पौने दो करोड़ व कम्प्यूटर आदि की खरीद पर 48 लाख रुपये खर्च करने का बजट पास हुआ है। अमृत योजना के तहत नगर निगम की विभिन्न परियोजनाएं जो वीडीए समेत अन्य विभाग कर रहे हैं, उनमें निकाय अंश के रूप में 1.17 करोड़ का बजट रखा गया है।

रानी तालाब पिकनिक स्पॉट बनेगा

मेयर मृदुला जायसवाल ने बताया कि शिवपुर के रानी तालाब का जीर्णोद्धार करते हुए इसको पिकनिक स्पॉट बनाया जाएगा ताकि इस जगह पर लोग जाकर अपना कुछ समय बीता सकें। इस तालाब को पयर्टन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा जिस पर तीन करोड़ रुपया खर्च होंगे। यहां लोगों के बैठने के लिए बेंच बनेंगे। हेरिटेज लाईट से पूरा इलाका जगमग किया जाएगा। फव्वारे लगेंगे ताकि यहां अपने वाले बेहतर अनुभूति कर सकें। यहां पर्यटकों के लिए टिकट भी लगेगा।